बड़ी कार्रवाई: बदायूं लूट कांड में उघैती थानाध्यक्ष और चौकी इंचार्ज समेत 3 पुलिसकर्मी सस्पेंड
बदायूं के उघैती में सर्राफा व्यापारी से लूटपाट करने वाले बदमाश शातिर निकले. पुलिस जांच में पता चला कि एक बदमाश हाल ही में जेल से छूटा था, दूसरे ने किश ...और पढ़ें

व्यापारियों से बातचीत करते पुलिस अधिकारी
जागरण संवाददाता, बदायूं। उघैती के खितौरा में सर्राफा व्यापारी से लूटपाट करने वाले बदमाश काफी शातिर निकले। पुलिस ने उनकी कुंडली खंगाल ली है। उनमें एक बदमाश अभी आठ दिन पहले ही जेल से छूटकर आया था और दूसरे ने एक किशोर की ई-रिक्शा लूटकर हत्या कर दी गई थी। तीनों बदमाशों के खिलाफ दो-दो तीन-तीन मुकदमें दर्ज हैं।
उन्होंने पहले सर्राफा व्यापारी की दुकान की रेकी और फिर बिसौली कोतवाली क्षेत्र के गांव परसिया में लूट की योजना बनाई। वहीं पूरे मामले की जानकारी के लिए दोपहर में एसएसपी डा. बृजेश कुमार सिंह पुलिस बल के साथ घटना स्थल पहुंचे। व्यापारियों से बातचीत की घटना की जानकारी ली और पूरे मामले की जांच कर लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
इसके बाद एसएसपी ने उघैती थानाध्यक्ष अवधेश कुमार, चौकी इंचार्ज नरैनी अश्वनी कुमार व बीट हेड कांस्टेबल राजेश कुमार लापरवाह मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। वहीं इस मामले में डीआइजी बरेली अजय साहनी की ओर से भी जांच शुरू कराई गई है।
गुस्से में थी भीड़...पुलिस न आती तो जान से जाते बदमाश
उघैती थाना क्षेत्र में पकड़े गए बदमाशों को लेकर ग्रामीण इतने गुस्से में थे कि वह उन्हें जान से मार देना चाहते थे। बमुश्किल से पुलिस ने उन्हें ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाया। जब बाद में पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे, तो उन्होंने भी ग्रामीणों का गुस्सा झेला। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी तक कर दी।
ग्रामीणों का कहना है कि आए दिन हो रही घटनाओं से कहीं न कहीं पुलिस की लापरवाही है और यहां की जनता असुरक्षित है। गनीमत रही कि ग्रामीणों को बदमाशों का सही समय पर पता चल गया। जब वह दुकान के अंदर लूटपाट कर रहे थे। उस दौरान ग्रामीण भी उन्हें घेरने की योजना बना रहे थे। कुछ ही देर में यह खबर खितौरा की बाजार में आग की तरह फैल गई।
बदमाशों ने किया था डराने का प्रयास
इससे मौके पर तमाम लोगों की भीड़ लग गई थी। हालांकि बदमाशों ने उन्हें डराने का काफी प्रयास किया लेकिन ग्रामीण टस से मस नहीं हुए और न ही उनके तमंचे से डरे। किसी भी तरह उन्होंने बदमाशों को पकड़ने की ठान ली थी और इससे बदमाश पकड़े भी गए। फिर उनकी जमकर कुटाई भी कर दी गई लेकिन इस घटना को लेकर ग्रामीणों में काफी गुस्सा था।
जब थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो बदमाशों को हिरासत में लेना मुश्किल पड़ गया। एक तरफ ग्रामीण और दूसरी तरफ पुलिस बदमाशों को खींच रही थी। ग्रामीणों ने पुलिस को भी चारों ओर से घेर लिया था और वह किसी कीमत पर उन्हें ले जाने देना नहीं चाहते थे। भीड़ उन्हें मौके पर ही जान से मार देना चाहती थी लेकिन उनकी किस्मत अच्छी थी, जिससे पुलिस किसी तरह लोगों को समझाकर उन्हें हिरासत में लेकर लेकर चली गई।
ग्रामीणों ने की नारेबाजी, जताया रोष
इसके बावजूद ग्रामीणों का गुस्सा शांत नहीं हुआ जब बाद में वहां एसपी देहात डा. हृदेश कठेरिया और सीओ मौके पर पहुंचे, तब भी ग्रामीणों ने अपना गुस्सा जताया और नारेबाजी तक कर दी। ग्रामीणों ने बताया कि आए दिन हो रही घटनाओं से लोग परेशान हैं और यहां के लोग अपने आपको सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इससे कहीं न कहीं थाना पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहा है। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने समझाकर शांत करा दिया और मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
व्यापारी बोला- बदमाशों की संख्या चार, पांच लाख भी ले गए
इस घटना को लेकर व्यापारी लालाराम का कहना है कि उनकी दुकान में चार बदमाशों ने धाबा बोला था। उनमें तीन बदमाश तो मौके से पकड़े गए, लेकिन चौथा बदमाश फरार हो गया। चारों बदमाश उनकी दुकान से सोने-चांदी के जेवर के अलावा पांच लाख रुपये भी लूटकर ले गए थे। जो चौथा बदमाश फरार हुआ है उसके पास ही पांच लाख रुपये हैं।
रेकी की करने के बाद लूटने आए थे बदमाश
पकड़े गए तीनों बदमाशों ने अचानक लूटपाट की योजना नहीं बनाई बल्कि उनकी पहले से प्लानिंग थी। तीनों बदमाश अलग-अलग इलाके के रहने वाले हैं। वह दोपहर बाद एक जगह एकत्र हुए और फिर सर्राफा व्यापारी की दुकान पर धावा बोल दिया था। इससे पहले वह दुकान की रेकी करके गए थे। उन्हें पता था कि शाम के समय व्यापारी की दुकान खुली रहती है, जिससे वह आसानी से लूटपाट कर सकते हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।