बदायूं में झोलाछाप के उपचार से किसान की मौत, उसावां थाना क्षेत्र के गांव नैनामई का मामला
बदायूं के उसावां थाना क्षेत्र में एक किसान की झोलाछाप के इलाज से मौत हो गई। तेज बुखार आने पर परिजन उसे झोलाछाप के क्लीनिक ले गए, जहां बोतल चढ़ाने से उ ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, बदायूं। उसावां थाना क्षेत्र में एक किसान की झोलाछाप के उपचार से मृत्यु हो गई। रविवार सुबह उसे तेज बुखार आया था। स्वजन उसे झोलाछाप के क्लीनिक पर ले गए थे, जहां उसे बोतल चढ़ा दी गई थी, जिससे उसकी और ज्यादा हालत बिगड़ गई और बदायूं अस्पताल लाते समय उसकी उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। इसकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। झोलाछाप अपना क्लीनिक बंद करके फरार हो गया।
48 वर्षीय किसान रामप्रकाश पुत्र मनोहर उसावां थाना क्षेत्र के गांव नैनामई के रहने वाले थे। वह खेतीबाड़ी करके अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे थे। उनके स्वजन का कहना है कि रामप्रकाश को रविवार सुबह तेज बुखार आया था। इससे स्वजन उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जा रहे थे। रास्ते में झोलाछाप ने उन्हें अपने क्लीनिक पर रोक लिया और उन्हें ठीक करने का दावा किया। इससे स्वजन वहां रुक गए।
झोलाछाप ने रामप्रकाश को बोतल चढ़ा दी, जिससे उनकी और ज्यादा हालत बिगड़ गई। स्वजन का कहना है कि झोलाछाप ने उन्हें इंजेक्शन भी लगाए लेकिन उनकी हालत में सुधार नहीं आया। यह देखकर स्वजन ने हंगामा कर दिया। इससे झोलाछाप अपना क्लीनिक बंद करके फरार हो गया। स्वजन किसान को बदायूं ले जा रहे थे कि रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया।
वह शव को वापस गांव ले गए और पुलिस को सूचना दी, जिससे पुलिस भी मौकेे पर पहुंच गई और मामले की छानबीन। बाद में उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। इंस्पेक्टर वीरपाल सिंह ने बताया कि किसान की बीमारी से मृत्यु हुई है। स्वजन ने झोलाछाप पर गलत उपचार करने का आरोप लगाया है। इसमें जांच के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

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