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    पैरा तैराक जिया राय को म‍िला ऑड्रे स्कॉट पुरस्कार, बनीं दुनिया की पहली पैरा तैराक

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Mon, 29 Dec 2025 02:40 PM (IST)

    भारतीय पैरा तैराक जिया राय को इंग्लिश चैनल पार करने वाली वर्ष 2024 की सबसे कम उम्र की सफल तैराक के लिए प्रतिष्ठित ऑड्रे स्कॉट पुरस्कार से सम्मानित किय ...और पढ़ें

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    ज‍िया ने ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर के साथ कई रिकॉर्ड बनाए हैं।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। भारतीय तैराकी की नई सनसनी जिया राय को इंग्लिश चैनल पार करने वाली वर्ष 2024 की सबसे कम उम्र की सफल तैराक के लिए प्रतिष्ठित ऑड्रे स्कॉट पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। 28 जुलाई 2024 को, 17 वर्षीय भारतीय पैरा तैराक जिया राय को यूनाइटेड किंगडम के चैनल स्विमिंग एंड पायलट फेडरेशन द्वारा यह पुरस्कार प्रदान किया गया। जिया इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाली दुनिया की पहली पैरा तैराक हैं।

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    जिया ने ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर से पीड़ित पहली महिला पैरा तैराक बनकर इंग्लिश चैनल को अकेले तैरकर 17 घंटे और 25 मिनट में 34 किलोमीटर की दूरी तय की। इस उपलब्धि ने उन्हें इतिहास में एक विशेष स्थान दिलाया। इसके बाद, उन्होंने 26 सितंबर 2025 को यूएसए के कैटालिना चैनल को तैरकर एक और रिकॉर्ड स्थापित किया, जिससे वह अकेले यह उपलब्धि हासिल करने वाली दुनिया की पहली महिला पैरा तैराक बन गईं।

    जिया की उल्लेखनीय उपलब्धियों में शामिल हैं:

    - इंग्लिश चैनल पार करने वाली सबसे कम उम्र की महिला पैरा तैराक (2024)
    - ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर से पीड़ित पहली लड़की जिसने इंग्लिश चैनल में अकेले तैराकी की (2024)
    - कैटालिना चैनल में अकेले तैरने वाली पहली महिला पैरा-तैराक (2025)
    - कैटालिना चैनल तैराकी के लिए विश्व रिकॉर्ड धारक (2025)
    - WOWSA पुरस्कार 2024, राष्ट्रीय विकलांगता पुरस्कार 2023 और प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2022 के प्राप्तकर्ता

    जिया का दृढ़ संकल्प और लचीला मनोबल उन्हें ऑटिज्म स्पेक्ट्रम विकार और विकलांग व्यक्तियों के लिए वकालत, समावेशिता और स्वीकृति का प्रतीक बना देता है। उनकी उपलब्धियाँ न केवल व्यक्तिगत सफलता का प्रतीक हैं, बल्कि समाज में विकलांगता के प्रति जागरूकता और स्वीकृति को भी बढ़ावा देती हैं।