110 आउटसोर्सिंग कर्मियों का मामला पहुंचा CM दरबार, मुख्यमंत्री ने दिया आश्वासन- नहीं होने देंगे किसी के साथ अन्याय
आजमगढ़ मेडिकल कॉलेज के 110 आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचा। कर्मचारियों ने नए टेंडर में पद समाप्त करने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री ने जांच का आदेश दिया और न्याय का आश्वासन दिया। सांसद रवि किशन ने भी कर्मचारियों को मदद का भरोसा दिलाया। कर्मचारियों को काम करने से मना कर दिया गया था क्योंकि नए टेंडर में उनका नाम नहीं था।

जागरण संवाददाता, चक्रपानपुर (आजमगढ़)। राजकीय मेडिकल कालेज के 110 आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का मामला गुरुवार को मुख्यमंत्री दरबार में पहुंच गया। समाजसेवी अजय यादव के नेतृत्व में सभी कर्मचारी रात में ही गोरखपुर पहुंचकर डेरा डाल दिए।
सुबह जनता दरबार में पुरुष कर्मचारियों के प्रतिनिधि के रूप में अजय यादव तथा महिलाओं के प्रतिनिधि के रूप में मीना सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई।
आरोप लगाया कि नए टेंडर में साजिश के तहत 110 कर्मचारियों का पद समाप्त कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया।
सीएम ने कहा कि किसी कर्मचारी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। इसके बाद निजी सचिव को पत्र देकर जांच रिपोर्ट मंगवाने का निर्देश दिया। इस दौरान कर्मचारियों ने सांसद रवि किशन से भी मुलाकात कर प्रकरण को विस्तार से बताया ।
सांसद ने लोगों की बातों को ध्यान से सुना और सर्किट हाउस में मुख्यमंत्री से मिलकर समस्या के निराकरण का भरोसा दिया।
ज्ञात हो कि राजकीय मेडिकल कालेज में वर्ष 2012 से आउटसोर्सिंग के रूप में कार्यरत 110 कर्मचारियों को बीते सोमवार को काम करने से मना कर दिया गया। क्विकमेन सर्विस कंपनी के एरिया मैनेजर अनुपम राय ने बताया कि नए टेंडर में 110 कर्मचारियों का नाम नहीं है।
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