हरैया ब्लाक प्रमुख के अविश्वास प्रस्ताव पर होगा मतदान, प्रशासनिक तैयारियां पूरी, चार सौ पुलिस के जवान तैनात
आजमगढ़ के हरैया ब्लॉक में ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर आज मतदान होगा। सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल तैनात है और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार पूरी कार्यवाही गोपनीय रखी जाएगी। इस बीच एक व्यक्ति द्वारा अपहरण की झूठी शिकायत दर्ज कराने पर पुलिस ने उसके खिलाफ कार्रवाई की है।

जागरण संवाददाता, रौनापार/सगड़ी (आजमगढ़)। सगड़ी तहसील के हरैया ब्लाक प्रमुख के खिलाफ आए अविश्वास प्रस्ताव पर शनिवार चार अक्टूबर को बहस के बाद मतदान होगा। क्षेत्र पंचायत सदस्यों को अपने पाले में करने के लिए पक्ष विपक्ष जहां जबरदस्त घेरेबंदी कर रहा है, वहीं प्रशासन भी पूरी तरह से तैयार है।
पूरे परिसर में सुरक्षा व्यवस्था के हेतु चार पुलिस क्षेत्राधिकारी, छह मजिस्ट्रेट लगाए गए हैं। पूरे परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए लगभग 400 पुलिसकर्मी डेढ़ दर्जन सब इंस्पेक्टर, दो प्लाटून पी ए सी के जवान तैनात किए गए हैं। पूरे परिसर की निगहबानी के लिए 14 सीसी कैमरे जो वाई-फाई कनेक्ट है जगह-जगह पर लगाए गए। इसके अलावा ड्रोन कैमरे से भी परिसर की निगरानी की जाएगी। परिसर के बाहर अगल-बगल के भवनों पर भी सशस्त्र पुलिस बल तनाव किया गया है।
गेट से लेकर मतदान स्थल तक बैरिकेडिंग की गई है। पीठासीन अधिकारी श्याम प्रताप सिंह ने बताया कि उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और आवश्यकता होने पर मतदान कराया जाएगा। दिन में 11 बजे चर्चा शुरू होगी। इसके लिए दो घंटे का समय रखा गया है। कोरम पूरा होने के बाद मतदान होगा। पूरी कार्यवाही बंद लिफाफे में उच्चतम न्यायालय को प्रेषित की जाएगी। बताया कि 100 क्षेत्र पंचायत सदस्य हैं जिन्हें चर्चा और मतदान में भाग लेना है। एडीएम राहुल कुमार ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और मतदान कराया जा रहा है।
ब्लाक हरैया में प्रमुख के फ्लोर टेस्ट का मामला
ब्लाक प्रमुख हरैया के फ्लोर टेस्ट को लेकर चल रही रस्साकसी के बीच तरह-तरह के आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला भी शुरू है। जीयनपुर कोतवाली के मनिकाडीह निवासी बृजेश कुमार ने अपनी बीडीसी पत्नी के अपहरण करने का आरोप लगाते हुए संतोष सिंह सहित चार लोगों पर मुकदमा दर्ज करने की शिकायत की। मामले की गंभीरता देखते हुए पुलिस ने जांच कराया तो अपहरण की घटना झूठी निकली। पुलिस ने झूठी शिकायत देने वाले पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
बृजेश कुमार ने जीयनपुर कोतवाली में लिखित शिकायत देते हुए कहा कि बुधवार को रात में वह अपने घर के बाहर चल रहा था। इसी बीच संतोष कुमार सिंह, संदीप पटेल, अभिषेक सिंह उर्फ उधम सिंह निवासी मसूरियापुर थाना रौनापार और मुनिराज प्रजापति निवासी मानिकाडीह आए और गाली देते हुए घर में घुस गए तथा मेरी पत्नी साबरमती को जबरदस्ती उठा ले गए। प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र बहादुर सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उप निरीक्षक हरीश शुक्ला को तत्काल जांच करने का निर्देश दिया।
जांच के लिए उपनिरीक्षक हरीश शुक्ला शिकायतकर्ता के घर पहुंचे तो उसकी मां फूलमती और बाबा ने बताया कि साबरमती अपने मायके गई हुई है। उप निरीक्षक द्वारा संपर्क करने पर साबरमती अपने देवर के साथ कुछ देर बाद जीयनपुर कोतवाली पर उपस्थित हुई और बताया कि मेरा अपहरण नहीं हुआ है। मैं मायके गई हुई थी। कोतवाल जितेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि झूठी खबर देने के आरोप में साबरमती के पति बृजेश पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
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