Azamgarh News: आठ वर्ष पुरानी चुनावी रंजिश को लेकर पूर्व प्रधान की गोली मारकर हत्या, पुलिस को हत्यारों की तलाश
आजमगढ़ में एक दुखद घटना घटी। अहरौला थाना क्षेत्र के आलमपुर गांव में 60 वर्षीय पूर्व प्रधान श्रीराम चौहान की सोमवार की भोर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने 10 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। घटना का कारण चुनावी रंजिश बताया जा रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
संवाद सूत्र, आजमगढ़। आठ वर्ष पूर्व चुनावी रंजिश को लेकर अहरौला थाना क्षेत्र के आलमपुर गांव निवासी पूर्व प्रधान 60 वर्षीय श्रीराम चौहान की बरामदे में सोते समय सोमवार की भोर में गोली मारकर हत्या कर दी गई।
सुबह करीब पांच बजे पत्नी जगाने गई तो मृत देख सन्न रह गई। मौके पर पहुंचे पुलिस के आलाधिकारियों संग डाग स्क्वायड, फारेंसिक टीम जांच-पड़ताल में जुट गई। पुत्र की तहरीर पर 10 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर पुलिस दबिश दे रही है। आरोपी घर छोड़कर फरार हैं, जबकि आक्रोशित परिजनों और गांव के लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी व उनके घर पर बुलडोजर चलाने की मांग को लेकर हंगामा भी किया।
गोली कब चली किसी को पता नहीं
श्रीराम चौहान खेती-बारी कर परिवार का भरण-पोषण करते थे। वर्ष 2015 में वह ग्राम प्रधान चुने गए। इससे जहां गांव व परिवार के लोगों में काफी उत्साह था तो वहीं विपक्षी मौजूदा ग्राम प्रधान से दुश्मनी पनपनी शुरू हो गई।
मौजूदा ग्राम प्रधान और श्रीराम चौहान के बीच चुनावी रंजिश को लेकर दोनों तरफ से कई मुकदमे भी थाने में लंबित हैं। प्रतिदिन की तरह वह रविवार की रात परिवार संग भोजन करके गांव के ही बीच में ही कुछ दूर स्थित नए मकान में चले गए। वहां वह बरामदे में सोए थे, जबकि उन्हीं के घर रहने वाला गांव का ही दिव्यांग सती राम चौहान प्रतिदिन की तरह सोया हुआ था।
गोली कब चली किसी को आवाज तक सुनाई नहीं दी। सुबह जब पत्नी चनौता जगाने के लिए गई तो देखा कि कनपटी पर गोली लगी और वह बिस्तर पर खून से लथपथ पड़े हैं। चीख-पुकार पर अन्य ग्रामीण पहुंचे और पुलिस को भी सूचना दी गई।
मौके पर पहुंचे एसपी ग्रामीण चिराग जैन, सीओ बूढ़नपुर किरण पाल, थाना प्रभारी अहरौला मनीष पाल, फारेंसिक टीम और डाग स्क्वायड अधिकारियों ने पहुंचकर जांच-पड़ताल की।
हत्या की प्रथम दृष्टया चुनावी रंजिश की बात सामने आ रही है, पुत्र की तहरीर पर 10 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के लिए छह टीमें लगाई गई हैं। मामले का जल्द ही राजफाश किया जाएगा।
-चिराग जैन, एसपी ग्रामीण।
बेहद मिलनसार थे श्रीराम
मृत श्रीराम मिलनसार स्वभाव के थे। वह सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे। हर किसी के दु:ख-दर्द में शरीक होते थे। सादगी की वजह से ही उन्होंने गांव के लोगों के दिलों में अपनी जगह बना ली थी। 2015 में ग्राम प्रधान इसी की देन है। लोगों ने जबरदस्ती उन्हें चुनाव लड़ाया था।
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