एक बार फिर सुर्खियों में आतंकवाद की नर्सरी आजमगढ़
आजमगढ़ के गंभीरपुर थाना क्षेत्र के छाऊं ग्राम निवासी अबु जैद पुत्र अलाउद्दीन को उत्तर प्रदेश एटीएस के साथ महाराष्ट्र पुलिस ने कल गिरफ्तार किया।
आजमगढ़ (जेएनएन)। आतंकवाद के मामले में आजमगढ़ का नाम एक बार फिर से सुर्खियों में है। यहां के गंभीरपुर थाना क्षेत्र के छाऊं ग्राम निवासी अबु जैद पुत्र अलाउद्दीन को उत्तर प्रदेश एटीएस के साथ महाराष्ट्र पुलिस ने कल गिरफ्तार किया। वह कल रियाद से फ्लाइट से मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंचा था।
अबु जैद की गिरफ्तारी की खबर जैसे ही मीडिया के माध्यम से आमजन तक पहुंची तो जिले में कयासों का बाजार गर्म हो गया। आरोपी के बारे में पता लगाने के लिए खुफिया इकाई के लोग जब छाऊं गांव पहुंचे तो किसी ने इस बारे में अपनी जुबान नहीं खोली। गांव के लोगों ने जैद को सऊदी जाने की बात से भी अनभिज्ञता जताई। अब खुफिया एजेसियां अबू जैद के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल करने में लगी हैं, हर तरह की सतर्कता बरत रही हैं।
आइएसआइएस से जुड़ा है नाम
खुफिया विभाग की मानें तो अबु जैद का पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ से संबंध था। अब वह आइएसआइएस जैसे खूंखार आतंकी संगठन से भी जुड़ गया था। इंटरनेट के माध्यम से वह युवाओं को गुमराह कर उन्हें अपने संगठन से जोडऩे का काम कर रहा था। अबु जैद और उसके झांसे में आने वाले युवकों के बीच हुई वार्ता खुफिया एजेंसियों की जानकारी में आ गई, तभी से उस पर नजर रखी जा रही थी।
हाई प्रोफाइल है मामला
गंभीरपुर क्षेत्र में कुछ लोगों का कहना है कि यह मामला हाई प्रोफाइल लोगों से जुड़ा हुआ है। दबी जुबान दो- एक लोगोंं ने यह भी बताया कि कुछ लोग सोने के तस्करी के साथ आतंकी संगठनों को आर्थिक मदद भी पहुंचाने में लगे रहते हैं। देश में कई बेरोजगार युवकों को सोशल मीडिया के माध्यम से आतंकी संगठनों से जुडऩे से संबंधित मिले इनपुट के बाद पकड़ा गया अबु जैद देश की खुफिया एजेंसियों की निगाह में आ गया।
बेटे पर आतंकवाद का आरोप गलत, अदालत पर भरोसा
परिवार में सबसे बड़े बेटे अबू जैद की गिरफ्तारी से हतप्रभ अलाउद्दीन को जैसे काठ मार गया हो। उन्हें अदालत पर भरोसा है कि उनके साथ इंसाफ होगा। मौके पर पहुंचे जागरण प्रतिनिधि को बताया कि बेटे पर लगा आतंकवाद का आरोप गलत है। उन्होंने कहा कि वह नौकरी करने गया था और कंपनी बंद होने पर चार साल के बाद घर वापस आ रहा था। आर्थिक संकट में मेरे तीन पुत्रों व छह पुत्रियों में सबसे बड़ा अबू जैद 2009 में सऊदी अरब कमाने चला गया। वहां के रियाद शहर में वह भूमिगत केबल बिछाने वाली एक कंपनी में बतौर लेबर काम करता था। तीन वर्ष बाद 2012 में घर लौटने पर क्षेत्र के सेना में तैनात मोहम्मदपुर ग्राम निवासी सैफुर्रहमान की पुत्री राफिया के साथ अबू जैद की शादी हो गई। फिर वह काम के लिए सऊदी चला गया।
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इन दिनों खाड़ी देश में आए आर्थिक संकट के चलते कंपनी बंद हो गई तो अबू जैद हमेशा के लिए घर लौट रहा था। उसकी पत्नी राफिया आठ माह की पुत्री के साथ महाराष्ट्र के नागपुर जिले में कार्यरत अपने सैनिक पिता व भाई के साथ रहती है।
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गिरफ्तारी के संबंध में अलाउद्दीन ने बताया कि शुक्रवार देर रात मुंबई से फोन करने वाले किसी अधिकारी ने स्वयं को एटीएस का बताते हुए अबू जैद के गिरफ्तारी के बारे में जानकारी दी। बेटे के जुर्म के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया।
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बेटे की गिरफ्तारी पर अलाउद्दीन का कहना है कि हमें क्या पता कि विदेश से घर लौटने पर बेटे के ऊपर आतंकवाद जैसा आरोप लगा दिया जाएगा, यह गलत है। फिलहाल हमें न्यायालय पर पूरा भरोसा है। मेरे बेटे पर जनपद के अलावा अन्य कहीं भी किसी तरह का कोई आपराधिक इतिहास नहीं रहा है।
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