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    Ayodhya Ram Navami: रामलला ने अनवरत 16 घंटे भक्तों को दिए दर्शन, ढाई लाख श्रद्धालु आए; दिनभर उत्सवी रहा माहौल

    Updated: Sun, 06 Apr 2025 08:50 PM (IST)

    Ayodhya Ram Navami | रामनवमी के पावन पर्व पर अयोध्या में रामलला ने अपने भक्तों को 16 घंटे तक दर्शन दिए। बिना किसी विश्राम के रामलला ने भक्तों को अपना आशीर्वाद दिया। राम मंदिर में दिन भर उत्सवी माहौल रहा और दूर-दूर से आए भक्तों ने रामलला के दर्शन किए। इस दौरान सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए थे।

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    बिना विश्राम रामलला ने अनवरत 16 घंटे भक्तों को दिया दर्शन। (तस्वीर जागरण)

    लवलेश कुमार मिश्र, अयोध्या। चैत्र शुक्ल नवमी को सर्वार्थ सिद्धि योग में भले रामलला का जन्म हुआ, लेकिन राम मंदिर में दिन भर उत्सवी माहौल रहा। दूरदराज से आए रामभक्तों को उनके आराध्य का दर्शन निर्बाध मिलता रहा। प्रतिदिन की भांति मंगला व श्रृंगार आरती के बाद सुबह छह बजे राम मंदिर के पट खुले तो दिन भर बिना विश्राम किए रामलला अनवरत 16 घंटे तक दर्शन देते रहे।

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    रविवार को न तो राम मंदिर में आधे घंटे की मध्याह्न बंदी हुई, न ही दर्शन बाधित हुआ। अभिषेक व श्रृंगार के पश्चात के कुछ क्षणों को छोड़ आयोजनों के मध्य भी निरंतर दर्शन जारी रहा। रात्रि दस बजे तक लगभग ढाई लाख से अधिक भक्तों ने रविवार को दर्शन किया।

    रामलला का हुआ सूर्यतिलक

    रामनवमी पर रामलला के अभिषेक, श्रृंगार व सूर्यतिलक के विविध आयोजनों व रामभक्तों की अधिक संख्या के दृष्टिगत शनिवार से ही रामनगरी का सुरक्षा घेरा बेहद सख्त हो गया था तो रामपथ व रामजन्मभूमि पथ पर बैरीकेडिंग कर दी गई थी। रविवार को राम मंदिर में दर्शन प्रारंभ हुआ तो भीड़ प्रबंधन को लेकर सुरक्षा अधिकारियों ने ट्रस्ट पदाधिकारियों से समन्वय स्थापित कर सामान्य दर्शनार्थियों का निकासी मार्ग परिवर्तित करा दिया।

    अंगद टीला परिसर के गेट को बंद करा कर सामान्य दर्शनार्थियों को वीवीआइपी गेट संख्या तीन से रामपथ पर निकाला जाने लगा। इस कारण अति विशिष्ट व विशिष्ट अतिथियों को पूर्व में वीवीआइपी द्वार रहे गेट संख्या 11 से प्रवेश दिया गया। यद्यपि निकासी मार्ग बदले जाने के बाद भी अंगद टीला परिसर में स्थित सीता रसोई से भोजन प्रसाद वितरण जारी रहा। इससे श्रद्धालु दर्शनोपरांत भोजन करके अपनी क्षुधा मिटाते रहे।

    एसपी सुरक्षा बलरामाचारी दुबे ने बताया कि रामलला के जन्मोपरांत जब भक्तों की संख्या अपेक्षाकृत कम हुई तो दाेपहर तीन बजे से फिर से श्रद्धालुओं को अंगद टीले की ओर से निकाला गया और गेट नंबर तीन को बंद करा दिया गया। उन्होंने बताया कि दूरदराज से आए सभी श्रद्धालुओं को सुगमता से सुरक्षित दर्शन कराया गया। दिन भर पांच ड्रोन के माध्यम से रामजन्मभूमि परिसर की निगरानी कराई जाती रही।

    श्रद्धालुओं पर सरयू के जल का हुआ छिड़काव

    एक ड्रोन बाहर से आए श्रद्धालुओं पर सरयू जल का छिड़काव करता रहा। इसके अतिरिक्त पूरी रामनगरी में विभिन्न स्थानों पर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात रहे। आइजी प्रवीण कुमार व एसएसपी राजकरन नय्यर के निर्देशन में रामनवमी मेला सकुशल संपन्न हुआ। शनिवार को जहां लगभग 90 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किया था तो रविवार को ढाई लाख से अधिक दर्शनार्थी मंदिर पहुंचे। रात्रि में शयन आरती में भी दर्शन चलता रहा। पासधारकों को दोपहर दो बजे के बाद दर्शन सुलभ हुआ।

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