Ayodhya News: अयोध्या में 15 जनवरी से दोनों समय चलेगी नि:शुल्क राम रसोई, प्राण प्रतिष्ठा में आने वाले भक्तों को होगी राहत
Ayodhya News अयोध्या राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों के बीच 15 जनवरी से राम रसोई में अब दोनों समय भोजन मिलेगा। 2019 में शुरु हुई राम रसोई को चार वर्ष पूर्ण हो गए हैं। वहीं एक महीने तक भक्तों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए रामरसोई में भोजन के अतिरिक्त राम भक्तों को पैकेट में भी भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।

जासं, अयोध्या। राम रसोई की यात्रा के शुक्रवार को चार साल पूरे हो गए। नौ नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक निर्णय आने के कुछ ही दिन बाद एक दिसंबर से रामलला के दर्शनार्थियों को निश्शुल्क भोजन कराने के लिए राम रसोई प्रारंभ हुई।
चार वर्ष की अवधि में 25 लाख से अधिक भक्तों ने राम रसोई में प्रसाद ग्रहण किया है। भोजन में प्रेम से चावल, दाल, सांभर, कचौड़ी, आलूदम, कोफ्ता, तिलौरी (तिल की बड़ी), चटनी, पापड़ और घी के रूप में दस व्यंजन परोसे जाते हैं और भक्तों को आग्रहपूर्वक भोजन कराया जाता है।
प्रारंभ में भक्तों की संख्या कम थी, किंतु मार्च 2023 से हर महीने में संख्या 90 हजार से एक लाख के बीच रही है। अब तक राम रसोई पर करीब साढ़े सात करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। अभी राम-रसोई पर तकरीबन एक लाख रुपये प्रतिदिन व्यय होते हैं और 15 जनवरी से दोनों समय भोजन उपलब्ध कराने पर राशि और अधिक बढ़ जाएगी।
15 जनवरी से एक महीने तक भक्तों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए रामरसोई में भोजन के अतिरिक्त राम भक्तों को पैकेट में भी भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। पूर्व एडीजी आचार्य कुणाल के प्रयास से शुरू हुई राम रसोई नि:शुल्क राम रसोई गुजरात के पूर्व एडीजी आचार्य किशोर कुणाल के प्रयास से शुरू हुई।
आचार्य कुणाल का अयोध्या से गहन सरोकार है। वह प्रधानमंत्री कार्यालय से संबद्ध आइपीएस अधिकारी के रूप में मंदिर विवाद हल करने के अभियान से जुड़े रहे। अयोध्या पर उनकी शोधपरक कृतियां राम मंदिर के निर्णय में सहायक रहीं, वह स्वयं भी सुप्रीम कोर्ट में मंदिर के पैरोकार रहे। पटना के सुप्रसिद्ध महावीर मंदिर ट्रस्ट के सचिव के रूप में वह यशस्वी समाजसेवी के भी रूप में स्थापित हैं। इसी ट्रस्ट की ओर से राम रसोई का व्यय वहन किया जाता है।
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