प्रतिष्ठा द्वादशी पर मुख्य अतिथि होंगे राजनाथ सिंह, रामलला के महाभिषेक के साथ अन्नपूर्णा मंदिर पर होगा ध्वजारोहण
अयोध्या में राम मंदिर की प्रतिष्ठा द्वादशी पर रामलला का महाभिषेक किया जाएगा। इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उपस्थित ...और पढ़ें
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रामलला के महाभिषेक संग होगा अन्नपूर्णा मंदिर पर ध्वजारोहण।
जागरण संवाददाता, अयोध्या। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की द्वितीय वर्षगांठ यानी प्रतिष्ठा द्वादशी के अवसर पर बुधवार को रामलला का महाभिषेक किया जाएगा। पंचामृत से अभिषेक के बाद भव्य श्रृंगार होगा। उन्हें भोग समर्पित किया जाएगा और प्राकट्य आरती होगी। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सम्मिलित होंगे। उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित रहेंगे।
प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार आ रहे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लगभग एक बजे अंगद टीला पर रामभक्तों को संबोधित भी करेंगे। ट्रस्ट महासचिव चंपतराय ने उनका संबोधन सुनने के लिए सभी रामभक्तों से अधिकाधिक संख्या में पहुंचने का अनुरोध किया है।
रामजन्मभूमि पर निर्मित दिव्य-भव्य राम मंदिर में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा पौष शुक्ल द्वादशी तिथि पर 22 जनवरी 2024 को हुई थी। इस वर्ष यह तिथि 31 दिसंबर को पड़ रही है।
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट इसी तिथि पर राम मंदिर की वर्षगांठ को प्रतिष्ठा द्वादशी के रूप में मना रहा है। इस अवसर पर पांच दिवसीय विविध आयोजनों का क्रम सोमवार से आरंभ हुआ था।
बुधवार को प्रतिष्ठा द्वादशी का मुख्य आयोजन होगा। सुबह लगभग साढ़े नौ बजे रामलला के महाभिषेक से आयोजन शुरू होंगे। तत्पश्चात श्रृंगार, भोग व प्राकट्य आरती होगी।
रामलला का दर्शन-पूजन करने के बाद केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह रामजन्मभूमि परिसर के परकोटे की उत्तरी भुजा के मध्य पर निर्मित माता अन्नपूर्णा मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजा का आरोहण करेंगे और परिसर का भ्रमण कर मंदिर निर्माण की जानकारी लेंगे।
इसके बाद वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व अन्य गणमान्य अतिथियों के साथ अंगद टीला पर बने मुख्य मंच पर पहुंचेंगे और अपना संबोधन प्रस्तुत करेंगे। लगभग चार घंटे वह रामजन्मभूमि परिसर में रह कर अपराह्न साढ़े तीन बजे प्रस्थान कर जाएंगे।
दूसरे दिन भी हुए प्रतिष्ठा द्वादशी के विविध आयोजन
प्रतिष्ठा द्वादशी के विभिन्न आयोजन दूसरे दिन मंगलवार को भी संपन्न हुए। अंगद टीले पर सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक श्रीरामचरितमानस का संगीतमय पाठ हुआ तो अपराह्न ढाई बजे से जगद्गुरु रामदिनेशाचार्य ने रामकथा का रसपान कराया।
शाम छह बजे से गुरु घासीदास केंद्रीय विवि छत्तीसगढ़ के कलाकारों ने रामलीला का विशिष्ट शैली में मंचन किया। मानस पाठ के अंतर्गत दूसरे दिन सीता स्वयंवर के लिए राजा जनक के बुलावा के बाद से पाठ शुरू हुआ। कानपुर के श्रीश्री मां आनंदमयी मानस परिवार के मानसप्रेमियों ने सस्वर पाठ किया।
दूसरी ओर, रामजन्मभूमि परिसर की यज्ञशाला में ट्रस्टी व उडुप्पी पीठाधीश्वर स्वामी विश्वप्रसन्नतीर्थ के नेतृत्व में चौथे दिन की मंडल पूजा हुई, जिसमें तत्वकलश, तत्वहोम, कलशाधिवास होम अनुष्ठान संपन्न कराए गए। सायंकाल पालकी यात्रा निकाली गई।

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