Chandrabhanu Paswan: कौन हैं मिल्कीपुर के नए विधायक? पहली बार में ही सपा को दे दी दमदार पटखनी
भाजपा प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान ने मिल्कीपुर उपचुनाव में सपा उम्मीदवार अजीत प्रसाद को हराकर जीत दर्ज की। 39 वर्षीय चंद्रभानु पेशे से वकील और व्यवसायी हैं और पहली बार चुनाव लड़ा है। उनके पिता ग्राम प्रधान रह चुके हैं जबकि पत्नी जिला पंचायत सदस्य हैं। मिल्कीपुर में इससे पहले 1998 और 2004 में हुए उपचुनाव सपा के पक्ष में रहे थे। भाजपा ने इस बार जातीय समीकरण साधकर चुनाव जीता।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Milkipur By Election Winner: मिल्कीपुर की जनता को नया विधायक मिल चुका है। भाजपा प्रत्याशी चद्रभानु पासवान ने सपा उम्मीदवार अजीत प्रसाद को करीब 60 हजार वोटों के अंतर से हराकर जीत दर्ज की है। समाजवादी प्रत्याशी अजीत प्रसाद सहित 10 उम्मीदवार चुनाव मैदान में रहे। हालांकि मुख्य मुकाबला चद्रभानु और अजीत के बीच ही देखने को मिला।
तीस में से 16 राउंड की मतगणना के बाद ही मिल्कीपुर उपचुनाव (Milkipur Bypoll 2025 Result) की तस्वीर काफी हद तक साफ होने लगी थी। भाजपा उम्मीदवार चंद्रभानु पासवान 40624 वोटों से आगे चल रहे थे। आईए जानते हैं कि कौन हैं सपा को पटकनी देने वाले चंद्रभानु पासवान...
कौन हैं चंद्रभानु पासवान?
चंद्रभानु पासवान का जन्म तीन अप्रैल, 1986 को अयोध्या जिले के रुदौली के परसोनी गांव में हुआ था। मिल्कीपुर विधायक के पास लखनऊ विवि से एम.कॉम और एलएलबी की डिग्री है।
39 वर्षीय चंद्रभानु भाजपा की जिला कार्यसमिति के सदस्य हैं। उनकी पत्नी कंचन पासवान रुदौली चतुर्थ से लगातार दूसरी बार जिला पंचायत सदस्य रही हैं। वहीं, पिता रामलखन रुदौली के परसौली के ग्राम प्रधान रह चुके है।
चंद्रभानु पेशे से वकील और व्यवसायी हैं। उनका कपड़े का शोरूम है। गुजरात में भी उनके स्वजनों का कारोबार है। पिछले निकाय चुनाव में ग्राम पंचायत परसौली परिसीमन में नगर पालिका में सम्मिलित हो गई थी। उनके पिता भाजपा के टिकट से सभासद पद के लिए मीराबाई वार्ड से मैदान में उतरे थे। हालांकि, चुनाव में उनको पराजय का सामना करना पड़ा।
पहली बार लड़ा चुनाव
खास बात यह है कि चंद्रभानु पहली बार कोई चुनाव लड़ा है। हालांकि, उनके परिवार का राजनीति से ताल्लुक रहा है। भाजपा ने जब चंद्रभानु पासवान को अपना उम्मीदवार बनाया तो कई लोगों को झटका लगा था। ये नया नाम था, जिसे पहले सुर्खियों में नहीं देखा गया था। हालांकि, भाजपा ने अपने परंपरागत वोट बैंक के साथ ही जातीय समीकरण साधा था।
मिल्कीपुर उपचुनाव
इससे पहले मिल्कीपुर में वर्ष 1998 व वर्ष 2004 में उपचुनाव हुआ था। इन दोनों उपचुनावों के परिणाम सपा के पक्ष में रहे हैं। सपा प्रत्याशी के तौर पर रामचंद्र यादव ने दोनों उपचुनावों में जीत हासिल की। अब वह तीन बार से लगातार रुदौली से भाजपा विधायक हैं।
परिणाम उपचुनाव वर्ष 2004
- सपा- रामचंद्र यादव - 89116
- बसपा- आनंदसेन यादव - 54098
- भाजपा- देवेंद्र मणि त्रिपाठी- 6751
परिणाम उपचुनाव वर्ष 1998
- सपा- रामचंद्र यादव 36908
- भाजपा- बृजभूषण त्रिपाठी - 33776
- बसपा - दिनेश प्रताप सिंह - 33195
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