रामनगरी में अयोध्या की राजकुमारी रहीं दक्षिण कोरिया की महारानी हो की कांस्य प्रतिमा का अनावरण
South Korea and India Relation Solid: औपचारिक रूप से अयोध्या नगर निगम के महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने इसका अनावरण किया। कोरिया मेमोरियल पार्क में ...और पढ़ें

महारानी हो की दस फीट ऊंची कांस्य की प्रतिमा का अनावरण
जागरण संवाददाता, अयोध्या: रामनगरी अयोध्या के रिश्ते दक्षिण कोरिया से और प्रगाढ़ होते जा रहे हैं। रामनगरी में बुधवार को अयोध्या की राजकुमारी रहीं दक्षिण कोरिया की महारानी हो की कांसे की प्रतिमा का अनावरण किया गया। अयोध्या के महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने इसका अनावरण किया।
अयोध्या में बुधवार को दक्षिण कोरिया की महारानी हो की दस फीट ऊंची कांस्य की प्रतिमा का अनावरण किया गया। महारानी हो की कांसे की प्रतिमा का अनावरण दक्षिण कोरिया से भारत पहुंचे प्रतिनिधिमंडल को करना था, लेकिन खराब मौसम के कारण कोरिया का यह प्रतिनिधिमंडल अयोध्या नहीं पहुंच सका। इसके बाद महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने इसका अनावरण किया।
दक्षिण कोरिया की महारानी हो की दस फीट ऊंची कांस्य की प्रतिमा अयोध्या सोमवार को ही अयोध्या लाई गई और बुधवार को इसका अनावरण होना था। दक्षिण कोरिया का प्रतिनिधिमंडल को अनावरण करना था, लेकिन मौसम खराब होने के कारण कोरिया का प्रतिनिधिमंडल अयोध्या नहीं पहुंच सका।
इसके बाद औपचारिक रूप से अयोध्या नगर निगम के महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने इसका अनावरण किया। कोरिया मेमोरियल पार्क में स्थापित रानी हो की दस फीट ऊंची प्रतिमा का वजन 1.2 टन है। प्रतिमा कोरिया में तैयार की गई और उसे समुद्री मार्ग से भारत लगाया गया है। पार्क में रानी हो के साथ ही अन्य महापुरुषों और देवताओं की प्रतिमाएं भी स्थापित की गई हैं।
महारानी हो की स्मृति में अयोध्या में कोरिया पार्क
मान्यता है कि लगभग 2000 वर्ष पहले अयोध्या की राजकुमारी हो समुद्री मार्ग से कोरिया गई थीं। कोरिया में उनका विवाह करक वंश के राजकुमार से हुआ था। महारानी हो की स्मृति में अयोध्या में वर्ष 1999 में पार्क का शिलान्यास किया गया था। इसके बाद से विकास प्राधिकरण, नगर निगम और कोरिया के सहयोग से पार्क का लगातार विस्तार किया गया। अब पार्क को और अधिक सुंदर और आकर्षक बनाने का कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है।
भारत और कोरिया के रिश्तों को मजबूती
अयोध्या और दक्षिण कोरिया के प्राचीन संबंधों से भारत और कोरिया के रिश्तों को मजबूती मिल रही है। सरयू तट पर कोरिया मेमोरियल पार्क में अयोध्या की राजकुमारी सूरी रत्ना (कोरिया की महारानी हो) की दस फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई। प्रतिमा विशेष कोरियन धातु से तैयार कर कोरिया से अयोध्या लाई गई।
अयोध्या में कोरिया मेमोरियल पार्क (रानी हो) पार्क भारत और कोरिया के प्राचीन रिश्तों की याद में बनाया गया है। अयोध्या की राजकुमारी सूरी रत्ना करीब दो हजार वर्ष पहले समुद्री मार्ग से दक्षिण कोरिया के ग्योंगसांग प्रांत चली गई थीं। वहां उन्होंने करक वंश के राजा किम सुरो से विवाह कर लिया और रानी हो के नाम से प्रसिद्ध हुईं। उनके वंशज आज भी हर वर्ष सरयू तट स्थित स्मृति स्थल पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करने आते हैं।
दो हजार वर्ग मीटर में क्वीन हो मेमोरियल पार्क
सरयू नदी के तट पर दो हजार वर्ग मीटर में स्थापित क्वीन हो मेमोरियल पार्क का निर्माण 18 करोड़ की लागत से सितंबर 2019 में शुरू हुआ था। नवंबर 2021 में इसका कार्य पूर्ण हो गया। जिसमें मेडिटेशन हॉल, क्वीन पवेलियन, किंग पवेलियन, वाटर टैंक, फुट ओवर ब्रिज, सब स्टेशन, ट्यूबवेल, पाथवे, शौचालय, फाउंटेन, लैंडस्केपिंग, स्कल्चर, गार्ड रूम, म्यूरल, ऑडियो-विडियो सिस्टम, बाउंड्रीवॉल, पार्किंग व तालाब का निर्माण किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चार मार्च 2024 को पार्क का लोकार्पण किया और इसको संचालन एग्रीमेंट के तहत एक निजी कंपनी को सौंपा गया।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।