अयोध्या दीपोत्सव के नवें संस्करण में शामिल हो सकता है ये घाट, शुरू हुआ वालंटियर का पंजीकरण
अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारी तेज़ी से चल रही है। इस बार 19 अक्टूबर को होने वाले दीपोत्सव में 28 लाख दीप जलाए जाएंगे जिसके लिए 32 हजार स्वयंसेवक 55 घाटों पर तैनात रहेंगे। अवध विश्वविद्यालय प्रशासन वालंटियरों का पंजीकरण कर रहा है और उन्हें प्रशिक्षण देगा। यह दीपोत्सव का नौवां संस्करण होगा जिसमें इस बार रिकॉर्ड बनाने पर ध्यान नहीं दिया जाएगा।

प्रवीण तिवारी, अयोध्या।19 अक्टूबर को आयोजित होने वाले दीपोत्सव की तैयारी तेज हो गई है। इस बार अवध विवि प्रशासन पूरी तरह दीप प्रज्वलन पर केंद्रित है। इसकी तैयारी के क्रम में वालंटियरों का पंजीकरण किया जा रहा है। इसके लिए विवि ने एक लिंक जारी किया है। इसी पर महाविद्यालयों, इंटर कॉलेजों व स्वयंसेवी संस्थाओें को अपने-अपने वालंटियरों का नाम, मोबाइल नंबर आदि विवरण अंकित करना है।
पंजीकरण के बाद इनके परिचय पत्र प्रिंट कराएं जाएंगे, जो बाद में वितरित होंगे। इस बार लगभग 55 घाटों पर 32 हजार वालंटियर दीप प्रज्ज्वलित करेंगे। हालांकि, घाटों की संख्या बढ़ कर 56 हो सकती है। इसमें राम पैड़ी के एक और घाट को शामिल किए जाने पर विमर्श चल रहा है। यह पैड़ी के लक्ष्मणघाट से सटा एक अन्य घाट है।
इनके पंजीकरण के बाद कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह के नेतृत्व में सबको प्रशिक्षित किया जाएगा। इन्हें दीप प्रज्वलित करने में बरती जाने वाली सावधानियों के प्रति जागरूक किया जाएगा।
इस बार दीपोत्सव का नौवां संस्करण होगा। इसमें 28 लाख दीप राम की पैड़ी के घाटों पर बिछाए जाएंगे। पहली बार ऐसा होने जा रहा है जब रिकार्ड के लिए उत्सव नहीं होगा। मीडिया प्रभारी राजनारायण पांडेय का कहना है कि तैयारी चल रही है।
आठ दीपोत्सव पर सात में ही बन सका रिकॉर्ड
योगी सरकार की ओर से वर्ष 2017 से प्रारंभ किए गए दीपोत्सव में लगातार नए रिकॉर्ड बनते रहे हैं। पहले संस्करण में रिकॉर्ड नहीं बन सका था। 2017 में एक साथ 1.71 लाख दीपों को प्रज्वलित किया गया। वर्ष 2018 के दूसरे दीपोत्सव में 3.01 लाख, 2019 के तीसरे दीपोत्सव में 4.04 लाख, 2020 के चौथे दीपोत्सव में 6.06 लाख दीप प्रज्वलित किए गए थे।
इसके उपरांत 2021 में 9.41 लाख, 2022 में कुल 15.76 लाख और 2023 के सातवें दीपोत्सव में 22.23 लाख दीयों के प्रज्ज्वलन का रिकार्ड बना था। गत वर्ष आठवीं बार संपन्न हुए दीपोत्सव में 25 लाख 12 हजार 585 दीप प्रज्वलित करने का कीर्तिमान बना था, लेकिन नवें संस्करण में दीपों की संख्या जरूर बढ़ी है पर रिकार्ड के लिए उत्सव नहीं होगा।
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