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    असलहा सप्लायर सर्राफ के ठिकानों पर ED और NIA की छापेमारी, पिता ने सायनाइड खाकर दी थी जान

    Updated: Thu, 04 Dec 2025 10:59 AM (IST)

    प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हथियार आपूर्तिकर्ता सर्राफ के ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई सर्राफ के आपराधिक अतीत औ ...और पढ़ें

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    निझाई मुहल्ला समेत चार घरों, दो पेट्रोल पंप, सराफा बाजार में गन हाउस व दुकान जांची। जागरण

    जागरण संवाददाता, औरैया। प्रवर्तन निदेशालय ईडी (ईडी) व एनआइए (राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण) की संयुक्त टीम ने शहर के नामचीन असलहा सप्लायर सर्राफ के ठिकानों पर बुधवार देर रात करीब डेढ़ बजे छापेमारी की। पुलिस की लगभग 20 गाडियों के साथ पहुंची आठ से अधिक कारों ने निझाई मुहल्ला, जिला अस्पताल रोड किनारे नायारा पेट्रोल पंप, चार घरों, सराफा बाजार में गन हाउस व दुकानों पर डेरा डाल दिया।

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    गुरुवार सुबह टीम की जांच रही। सूत्रों का कहना है कि करीब छह महीने पहले छत्तीसगढ़ में तीन हजार से अधिक कारतूस औरैया निवासी लाला शर्मा से बरामद हुए थे। वहीं, 17 दिसंबर 1995 को बंगाल के पुरुलिया जिले में विमान से भारी मात्रा में हथियारों के गिराए जाने की घटना में कारोबारी के पिता को संदेह के घेरे में लिया गया था। तत्कालीन एसपी संजय सिंघल के सामने पिता ने सायनाइड खाकर सुसाइड कर लिया था।

    सराफा कारोबारी कमल वर्मा तीन भाई हैं। रविकांत वर्मा उर्फ लाले व्यापार मंडल कंछल गुट के जिलाध्यक्ष हैं और प्रांतीय नेता हैं। तीसरा भाई अजयकांत शशि वर्मा है। इनके पिता महेश वर्मा ने सराफा बाजार से कारोबार शुरू किया था। छोटी सी ज्वैलर्स की दुकान थी और गन हाउस था। पेट्रोल बसों का संचालन भी औरैया, कन्नौज, इटावा रूट पर करते थे। कारोबार चमकने के साथ ही उन्होंने कम समय में बड़े कारोबारियों, उद्यमियों में अपना नाम शामिल कर लिया। पुरुलिया आर्म्स ड्राप केस में सैकड़ों एके-47 राइफलें, हजारों गोला-बारूद गिराए गए थे।

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    जांचकर्ताओं का दावा था कि यह मामला आनंद मार्ग पंथ को कम्युनिस्ट विरोधी विद्रोह शुरू करने में मदद करने के लिए था। सुरक्षा एजेंसियों ने जांच की और शस्त्रों की तस्करी में संदेह पर महेश वर्मा को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था। कोई राज न खुले, इस वजह से तत्कालीन एसपी के सामने खुदकुशी कर ली थी। उनके तीनों बेटों में कमल व लाले कहीं न कहीं पुश्तैनी कामों को बढ़ाते रहे। जिले के अलावा दूसरे प्रांतों में उनका कारोबार फैला है। छत्तीसगढ़ में कारतूसों का जखीरा पकड़े जाने के बाद फिर से पुरुलिया आर्म्स ड्राप केस का जिन्न बाहर आया है।

    फिलहाल, गुरुवार रात से बुधवार सुबह भी टीम की जांच जारी है। बाहरी फोर्स के साथ जिले की पुलिस सुरक्षा में लगी है। ईडी व एनआए की टीम ठिकानों पर छापेमारी करते हुए दस्तावेजों को जुटा रही है। हालांकि, अभी कोई माल उनके हाथ नहीं लगा है। कारोबारी घर पर नहीं मिले। उनके बच्चों से पूछताछ की गई। एसपी अभिषेक भार्ती का कहना है कि बाहर की एजेंसी द्वारा जांच की जा रही है। जो गोपनीय है।