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    दुबई में ठगी: दिल्ली का ठग 1000 से ज्यादा लोगों को लूट चुका

    Updated: Thu, 04 Dec 2025 10:24 AM (IST)

    कानपुर के एक बुजुर्ग और उनके बेटे से 42.29 लाख रुपये की ठगी करने वाले रवीन्द्र नाथ सोनी को गिरफ्तार किया गया है। वह दुबई समेत कई देशों में 1000 से ज्य ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, कानपुर। कानपुर निवासी बुजुर्ग व दुबई की कंपनी में कार्यरत उनके बेटे से 42.29 लाख रुपये की ठगी में जेल भेजा गया दिल्ली का ठग रवीन्द्र नाथ सोनी देश व दुबई ही नहीं, बल्कि अमेरिका समेत कई देशों में 1000 से ज्यादा लोगों को ठग चुका है।

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    पुलिस को केवल दुबई में ही 200 पीड़ितों की जानकारी मिली है। उसको दुबई में छह माह की सजा भी हुई थी। साइबर क्राइम टीम को ब्लूचिप के नाम से एक दर्जन से ज्यादा कंपनियों के बैंक खातों की जानकारी मिली है। ठग ने यूएई में भी तीन साल पहले एक और ब्लूचिप टोकन कंपनी शुरू की थी।

    अब ठग के साझेदारों के बारे में पता लगाने को बैंक खातों में दर्ज मोबाइल नंबर व जेल गए ठग के नंबरों की काल डिटेल रिपोर्ट (सीडीआर) निकलवाई जा रही है। अब तक की जांच में करोड़ों रुपये हड़पने के साक्ष्य मिले हैं। उधर, ठग की गिरफ्तारी के बाद कानपुर कमिश्नरेट पुलिस के पास मेल से शिकायतें आ रही हैं।

    डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि पीड़ित सीधे उनसे मिलें या संबंधित क्षेत्र के थाने में जाकर शिकायत करें, उनका मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। ठग के विरुद्ध पानीपत, अलीगढ़ व लखनऊ में भी मुकदमे दर्ज हैं।

    परेड निवासी अब्दुल करीम ने नई दिल्ली के मालवीय नगर निवासी रवीन्द्र नाथ सोनी के खिलाफ पांच जनवरी, 2025 को कोतवाली थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। उनके मुताबिक, बेटा तलहा करीम दुबई की एक कंपनी में नौकरी करता है।

    वर्ष 2021 में बेटे के मोबाइल फोन पर ब्लूचिप कार्मिशल ब्रोकर एंड ब्लूचिप ग्रुप आफ कंपनीज के सेल्स एग्जीक्यूटिव की काल आई थी। उसने कंपनी में निवेश का झांसा देकर सालभर में 42,29,600 रुपये ट्रांसफर कराए। बाद में मोबाइल फोन नंबर, वेबसाइट बंद कर दी।

    कोतवाली थाना पुलिस व सर्विलांस टीम ने रवीन्द्र को देहरादून के न्यू डिफेंस इन्क्लेव गेट के पास से गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेजा था।

    साइबर क्राइम टीम के एक अधिकारी के मुताबिक, रवीन्द्र ने दुबई की एक कंपनी के भी 10.05 मिलियन दिरहम (भारतीय मुद्रा में लगभग 24 करोड़ रुपये) हड़पे थे। उसने ब्लूचिप, ब्लूचिप ग्रुप आफ कंपनीज, ब्लूचिप कामर्शियल ब्रोकर, ब्लूचिप फाइनेंसियल मार्केट समेत ब्लूचिप नाम से एक दर्जन से ज्यादा कंपनियां बना रखी हैं।

    दूसरे देशों से भी पत्राचार या ई-मेल को लेकर टीम जल्द दिल्ली जाएगी। आरोपित के सात से आठ साझेदार होने का अनुमान है। एडीसीपी क्राइम अंजलि विश्वकर्मा ने बताया कि आरोपित का नेटवर्क खंगाला जा रहा है।