Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यूपी में यहां पर कच्चे तेल का भंडार की चल रही खोज, अगर मिला तो इन गांवों की खुल जाएगी किस्मत

    Updated: Sat, 20 Dec 2025 09:23 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में अल्फाजियो (इंडिया) लिमिटेड द्वारा कच्चे तेल के भंडार की खोज जारी है। टीम ने अछल्दा, बिधूना और अजीतमल क्षेत्र में बोरिंग ...और पढ़ें

    Hero Image

    बिधूना के धनवाली सामपुर गांव किनारेसर्वे करता कंपनी का कर्मचारी। जागरण

    संवाद सहयोगी, बिधूना (औरैया)। कच्चे तेल (क्रूड आयल) की संभावना में लगी अल्फाजियो (इंडिया) लिमिटेड कंपनी की टीम ने अछल्दा के बाद बिधूना और अजीतमल क्षेत्र में डेरा जमा रखा है। शनिवार को कंपनी के कर्मियों ने बिधूना के धनवाली सामपुर गांव के पास जंगलात में आठ जगहों पर बोरिंग कर भूमिगत धमाके किए। बोरिंग स्थल से 20 मीटर दूर पर ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) से आसपास के क्षेत्रों में संभावनाओं को तलाशा गया। वहीं, धमाकों से उत्पन्न तरंगों को रिकार्ड किया जा रहा। फील्ड इंचार्ज संतोष मौर्या ने बताया कि इस जनपद में करीब 15 दिन के अंदर सर्वे पूरा होगा। इसके बाद टीम का रुख आगरा जनपद की ओर होगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें


    बुधवार देर शाम से गुरुवार रात तक सबसे पहले टीम ने अछल्दा क्षेत्र के हसनपुर गांव के पास सेंगुर नदी के किनारे 180 फीट गहरी खोदाई की थी। शुक्रवार को भी टीम कार्य करती नजर। शनिवार को बिधूना क्षेत्र के धनवाली सामरपुर गांव में नदी किनारे अपना डेरा डाल लिया। टीम में शामिल सदस्यों ने बताया कि कच्चा तेल पृथ्वी की पपड़ी से निकलने वाला तरल हाइड्रोकार्बन है, जिसे ईंधन और विभिन्न रासायनिक उत्पादों (जैसे पेट्रोल, डीजल, केरोसिन) में बदलने के लिए रिफाइनरियों में संसाधित किया जाता है। गांव सामपुर धनवाली के जंगलात में बोरिंग की गई। कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बोरिंग और अन्य विज्ञानिक विधियों से कच्चे तेल की खोज कर रहे हैं। जिन स्थानों पर तेल होने के अंश प्राप्त हुए हैं वहां पर तिपाई लगाकर बोरिंग कराई जा रही है। जमीन के अंदर ब्लास्ट कर रीडिंग ली जा रही है। गणना के बाद ही तेल के भंडार होने के बारे में पता चल सकेगा।

     

    बताया गया कि इस तेल भंडार का पता लगाने के लिए सर्वेयर, लोडिंग, शूटर समेत छह टीमों द्वारा काम को अलग अलग बांटा गया है। जिसमें करीब 500 मजदूरों के साथ 45 बोरिंग करने वाली मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है। बोरिंग के दौरान तेज धमाके की आवाज सुनकर ग्रामीण भी एकत्रित होकर पहुंचे। कंपनी को जिले में जहां-जहां कच्चा तेल होने के संकेत मिल रहे हैं। वह वहां-वहां विज्ञानिक विधि से बोरिंग करा रही है। कच्चा तेल होने की पुष्टि के बाद इस दिशा में कार्य आगे बढ़ाया जाएगा। फील्ड इंचार्ज संतोष मौर्या ने बताया कि बोरिंग करने के बाद इसकी रिपोर्ट को आनलाइन भेजा जाता है। दूसरी ओर डीएम डा. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि आइओसी (इंडियन आयल कारपोरेशन) से प्राप्त जानकारी के अनुसार कच्चे तेल की संभावना पर सर्वे चल रहा है।