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    एंटीलार्वा छिड़काव, शिविर सब बेकार! अमरोहा में 156 डेंगू केसों ने खोली स्वास्थ्य विभाग के दावों की पोल

    Updated: Wed, 19 Nov 2025 06:34 PM (IST)

    स्वास्थ्य विभाग के दावों की खुली पोल! एंटीलार्वा छिड़काव और शिविरों के बावजूद, अमरोहा में 156 डेंगू केसों का रिकॉर्ड बन गया। मंडल में अब तक 290 केस। मरीज के संपर्क वालों की जांच न करने और हाईरिस्क गांवों में लापरवाही की शिकायतें सामने आईं। पूरी रिपोर्ट पढ़ें।

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    अमरोहा का अस्‍पताल

    जागरण संवाददाता, अमरोहा। स्वास्थ्य विभाग भले ही गांवों में एंटीलार्वा छिड़काव कराकर शिविर लगाकर आशंकित मरीजों की जांच व इलाज की दावेदारी कर रहा है। मगर हकीकत में डेंगू पर नियंत्रण करने में विभाग नाकाम रहा। सरकारी आंकड़े इस बात की गवाह हैं कि अभी तक मंडलभर में 290 डेंगू के केस पाए गए हैं। जिनमें सर्वाधिक अमरोहा जनपद के 156 केस शामिल हैं।

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    स्वास्थ्य विभाग ने कई माह पहले से ही डेंगू से निपटने के लिए जिला अस्पताल समेत समस्त सीएचसी-पीएचसी व आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को सक्रिय कर दिया था। जिसमें जिला अस्पताल में मरीजों को भर्ती करने के लिए बीस बेड, सीएचसी पर छह-छह और पीएचसीस्तर पर चार-चार बेड का अलग डेंगू वार्ड बनवाने बनवाकर डेंगू पर नियंत्रण के दावे कर रहा है।

    डेंगू से बचाव के लिए जागरूकता अभियान भी चलाए गए। आशाओं को घर-घर सर्वे कर बुखार के मरीजों को चिह्नित कर उनकी डेंगू-मलेरिया की मुफ्त जांच व इलाज कराने की दावेदारी की जा रही है। मच्छरों को नष्ट कराने के लिए प्रधानों व आशाओं को दवा देकर एंटीलार्वा छिड़काव कराया। मगर हकीकत में विभाग डेंगू पर नियंत्रण करने में नाकाम साबित हुआ है।

    सरकारी आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं कि अमरोहा में डेंगू ने सबसे अधिक कहर बरपाया है। मंडल में रामपुर, अमरोहा, मुरादाबाद, बिजनौर व संभल को मिलाकर अभी तक जांच में 290 डेंग के केस निकल चुके हैं। इनमें से अमरोहा जनपद के सर्वाधिक 156 डेंगू के केस शामिल हैं। जिसमें 77 पुरुष और 79 महिला है। जिससे स्वास्थ्य विभाग की डेंगू से निपटने की सभी तैयारियां धरी की धरी रह गई।

    हाईरिस्क गांवों में शिविर लगाकर जांच कराने की दावेदारी

    स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू पर नियंत्रण के लिए जनपद में हाईरिस्क 74 गांव चिह्नित किए थे। जिसमें हर गांव में एंटीलार्वा छिड़काव संग शिविर लगाकर मरीजों की डेंगू-मलेरिया की जांच कराने की दावेदारी की जा रही है। यह वह गांव है जिनमें पिछले साल डेंगू के केस निकले थे। मगर हकीकत इन गांवों में से कुछ गांवों में कैंप का आयोजन नहीं किया गया। बल्कि अबकी बार जिन गांवों के डेंगू में डेंगू केस निकले थे।

    मरीज के संपर्क में आए लोगों के नमूनों की नहीं की जांच

    नौगावां सादात के सैदपुर इम्मा, जोया ब्लाक के सलारपुर खालसा, मोहम्मदपुर, अमरोहा नगर के मुहल्ला कुरैशी पश्चित, आवास विकास, अहरोई, लकड़ा आदि जगह जांच में डेंगू के केस पाए गए थे। वहां के लोगों का आरोप है कि यहां स्वास्थ्य टीम ने एंटीलार्वा छिड़काव नहीं कराया और न ही मरीज के संपर्क में आए लोगों की डेंगू जांच के लिए नमूने लिए है। कुछ गांवों शिविर लगाकर जांच की भी खानापूर्ति की गई।

    सबसे कम संभल में निकले 21 डेंगू मरीज

    स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो संभल जनपद में सबसे कम डेंगू मरीज निकले हैं। जिसमें जांच में 21 डेंगू मरीजों की पुष्टि हुई है। इनमें 10 पुरुष व 11 महिलाएं शामिल हैं।

    मंडल के डेंगू मरीजों पर एक नजर

    जनपद का नाम पुरुष की संख्‍या महिला की संख्‍या कुल डेंगू के मामले
    अमरोहा 77 79 156
    बिजनौर 19 13 32
    मुरादाबाद 27 20 47
    रामपुर 18 16 34
    संभल 10 11 21
    योग 151 139 290

     

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