रामपुर से क्यों शुरू आप की यात्रा? संजय सिंह ने बताया कारण, बोले-देश संविधान से चलेगा बुलडोजर से नहीं
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने अमरोहा में कहा कि देश संविधान से चलेगा, बुलडोजर से नहीं। उन्होंने उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर मतदाता सूची से ...और पढ़ें

अमरोहा पहुंची आम आदमी पार्टी की पदयात्रा में शामिल राज्यसभा सदस्य संजय सिंह। जागरण
जागरण संवाददाता, अमरोहा। आम आदमी पार्टी (आप) के उत्तर प्रदेश प्रभारी व राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जितने वोट काटे जा रहे हैं, उतनी आबादी कई देशों की नहीं है। उन्होंने नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि क्या रामपुर की बुजुर्ग नूरजहां, यादव-दलित-पिछड़े या बिहार में काटे गए 80 लाख वोटर घुसपैठिए हैं? अगर चार करोड़ घुसपैठिए हैं तो पिछले 11 सालों में सरकार क्या करती रही-इस्तीफा देना चाहिए।
अमरोहा पहुंची आम आदमी पार्टी की यात्रा
शुक्रवार को टाउन हाल मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए संजय सिंह ने कहा कि जब प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षामंत्री और मुख्यमंत्री सभी हिंदू हैं, तब भी हिंदू खतरे में कहना सत्ता की नाकामी है। डिटेंशन सेंटर के नाम पर गरीब-पिछड़ों को डराने की साज़िश नहीं चलेगी। बोले, सरयू से संगम तक और फिर रामपुर से शुरू हुई यात्राओं का उद्देश्य लोगों को डर से मुक्त करना था। अयोध्या से यात्रा इसलिए शुरू की गई क्योंकि रामराज्य की कल्पना में किसी को पीड़ा नहीं होती और संगम पहुंचने पर छात्रों व बेरोजगार युवाओं ने सामाजिक न्याय और रोजगार की मांग के साथ सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की।
रामपुर से यात्रा का बताया कारण
संजय सिंह ने कहा, कि रामपुर से यात्रा इसलिए शुरू हुई क्योंकि वहां 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला नूरजहां पर एफआईआर कर डर का माहौल बनाया गया। मुसलमान, दलित, पिछड़े-किसी को डरने की जरूरत नहीं है। वोट हमारा अधिकार है और उस पर किसी को डाका नहीं डालने देंगे। यह सिर्फ दूसरे चरण की शुरुआत है, अभी आठ चरणों में पदयात्राएं होनी है। औसतन सवा दो लाख वोट प्रति विधानसभा कटेंगे तो चुनाव का अर्थ ही खत्म हो जाएगा। एसआईआर संविधान में कहीं अधिकृत नहीं है।
बुलडोजर का डर दिखा रहे
राज्यसभा सांसद ने कहा, कि गैर संवैधानिक काम नहीं होने देंगे। दलित-पिछड़े-मुसलमानों पर अत्याचार, बुलडोज़र राजनीति, आरक्षण में कटौती और धार्मिक उन्माद से लोकतंत्र को कुचलने की कोशिश हैं। इस दौरान दिल्ली के विधायक पूर्व मंत्री गोपाल राय ने कहा कि आज़ादी किसी को मुफ्त में नहीं मिली, बल्कि अनगिनत बलिदानों से मिली थी, जिसके बाद मिले संविधान को कुचलने की साजिश चल रही थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक आम आदमी पार्टी, अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह जैसे नेता मौजूद थे, तब तक संविधान को कोई मिटा नहीं सकता था।
इस मौके पर दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज, सहप्रभारी गुजरात/पूर्व विधायक दिल्ली दुर्गेश पाठक, विधायक संजीव झा, कुलदीप कुमार, अनिल झा, सुरेंद्र चौधरी मौजूद रहे।

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