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    अमेठी में AI लैब से जुड़ेंगे परिषदीय विद्यालयों के बच्चे, छात्रों को मिलेगी तकनीक आधारित शिक्षा

    Updated: Tue, 30 Dec 2025 03:48 PM (IST)

    अमेठी में बेसिक शिक्षा विभाग ने बच्चों को आधुनिक तकनीकी शिक्षा से जोड़ने के लिए परिषदीय विद्यालयों और ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ...और पढ़ें

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    AI लैब से जुड़ेंगे परिषदीय विद्यालयों के बच्चे।

    संवाद सूत्र, अमेठी। बच्चों को आधुनिक तकनीकी शिक्षा से जोड़ने के उद्देश्य से बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से नई पहल की गई है। इसके तहत परिषदीय विद्यालयों और ब्लाक संसाधन केंद्र पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) लैब की स्थापना की जाएगी। इस व्यवस्था के माध्यम से छात्र-छात्राओं को तकनीक आधारित और भविष्य उन्मुख शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी।

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    बीइओ शशांक मिश्र ने बताया कि अभी तक विद्यालयों में आईसीटी लैब संचालित की जा रही थी। लेकिन, अब इसमें बदलाव किया जा रहा है। शासन के निर्देश पर आईसीटी लैब को उन्नत करते हुए एआई लैब के रूप में विकसित किया जाएगा।

    इसके साथ ही ब्लाक संसाधन केंद्र पर भी एआई लैब का निर्माण कराया जाएगा, जिससे शिक्षकों और छात्रों दोनों को तकनीकी प्रशिक्षण का लाभ मिल सकेगा। बताया कि विकासखंड के चयनित परिषदीय विद्यालयों में चरणबद्ध तरीके से एआई लैब की स्थापना की जाएगी।

    इसके अलावा कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में भी एआई लैब बनाई जाएगी, जिससे छात्राओं को उच्चस्तरीय तकनीकी शिक्षा ग्रहण करने का अवसर मिलेगा।

    एआई लैब के माध्यम से बच्चों को कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, डेटा विश्लेषण, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मूल अवधारणाओं और आधुनिक डिजिटल टूल्स की जानकारी दी जाएगी।

    बीइओ ने बताया कि इस योजना के तहत आईआईटी से जुड़े प्रशिक्षक मास्टर ट्रेनर की भूमिका निभाएंगे। ये प्रशिक्षक एआई लैब के संचालन, पाठ्यक्रम और तकनीकी सहयोग में मार्गदर्शन करेंगे। उनके माध्यम से शिक्षकों को भी विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे बच्चों को बेहतर तरीके से तकनीकी शिक्षा दे सकें।

    एआई लैब की स्थापना से ग्रामीण क्षेत्र के छात्र-छात्राओं को भी आधुनिक तकनीक से रूबरू होने का अवसर मिलेगा। इससे बच्चों की रचनात्मक क्षमता और तकनीकी कौशल में वृद्धि होगी तथा वे भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार हो सकेंगे। बेसिक शिक्षा विभाग की यह पहल शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।