SDM ने मारा छापा तो रेडियोलाजिस्ट मिले गायब, टेक्नीशियन कर रहा था अल्ट्रासाउंड; चार सेंटर सीज
अमेठी के जगदीशपुर में एसडीएम पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर छापेमारी की। नियमों का उल्लंघन करने पर चार सेंटरों को सील कर दिया गया क्योंकि वे टेक्नीशियन द्वारा संचालित पाए गए और रेडियोलॉजिस्ट अनुपस्थित थे। पहले भी सीज हो चुके श्रीराम अल्ट्रासाउंड सेंटर को फिर से सील किया गया। अनियमितताओं के कारण कई सेंटर संचालक फरार हो गए।

संवादसूत्र, जगदीशपुर, (अमेठी)। नगर में नियमों की अनदेखी कर संचालित होने वाले अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर प्रशासन ने नकेल कसना शुरू कर दिया है। सोमवार को चार अल्ट्रासाउंड सेंटर का संचालन टेक्नीशियन के द्वारा करते पाया गया। अनियमितता के चलते तत्काल सीज कर दिया गया। सीज होने की कार्रवाई के बाद अन्य सेंटर संचालकों में हड़कंप मच गया। वहीं कई लोग दुकान का शटर बंद फरार हो गए।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के समाने कई अल्ट्रासाउंड सेंटर खुले हुए है। संचालकों ने रेडियोलाजिस्ट की डिग्री लेकर अल्ट्रासाउंड सेंटर का लाइसेंस प्राप्त कर लिया है। लेकिन डिग्री लगाने वाले रेडियोलाजिस्ट अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर जांच करने नहीं पहुंचते है। इससे मरीजों को गलत रिपोर्ट मिल रही है।
इसकी शिकायत उप जिलाधिकारी से कई बार हुई थी। एसडीएम अभिनव कनौजिया सोमवार को पूरे दलबल के साथ अचानक अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच करने पहुंचे। एसडीएम ने पहले नवीन अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच की।
जांच के दौरान रेडियोलाजिस्ट सेंटर से गायब मिले। जबकि टेक्नीशियन मरीजों की जांच करता पाया गया। इसके बाद जसीम अल्ट्रासाउंड सेंटर, श्रीराम अल्ट्रासाउंड सेंटर व मैक्स अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच हुई। सभी सेंटर पर रेडियोलाजिस्ट चिकित्सक नहीं पाए गए।
एसडीएम के निरीक्षण की जानकारी पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. राम प्रसाद, सीएचसी अधीक्षक व पुलिस टीम पहुंच गई। एसडीएम ने नाराजगी जताते हुए सभी चार अल्ट्रासाउंड सेंटर को अग्रिम आदेश तक सीज करा दिया।
पहले भी सीज हो चुका है श्रीराम अल्ट्रासाउंड सेंटर
अगस्त 2023 में तत्कालीन डीएम राकेश मिश्र ने जिले भर के अल्ट्रासाउंड सेंटरों की जांच कराई थी। जांच के दौरान श्रीराम अल्ट्रासाउंड सहित दो दर्जन से अधिक सेंटरों पर रेडियोलाजिस्ट मौजूद नहीं मिले थे। इससे सभी को सीज कर दिया गया था। कोर्ट के आदेश पर दोबारा संचालन की अनुमति मिली थी। कार्रवाई के बाद भी संचालक की आदत में सुधार नहीं हुआ। वह मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहा था।
पैथोलाजी की है भरमार
बड़ी संख्या में पैथोलाजी सेंटर भी मानकों की अनदेखी कर संचालित हो रहे हैं। पैथालाजिस्ट चिकित्सक के बगैर अप्रशिक्षित लोग पैथोलाजी सेंटर का संचालित कर मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। मरीजों को गलत रिपोर्ट थमाई जा रही हैं।
एसडीएम द्वारा सेंटरों की जांच की गई है। चार सेंटर पर रेडियोलाजिस्ट चिकित्सक नहीं मिले। जिन्हें सील किया गया है।
डॉ. राम प्रसाद, एसीएमओ
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