एंटी करप्शन टीम की पकड़ में आया भ्रष्टाचार में लिप्त लेखपाल, निलंबित; SDM ने शुरू की विभागीय जांच
अमेठी में एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते हुए एक लेखपाल को गिरफ्तार किया। लेखपाल अमित कुमार ने बाबूलाल पाल नामक व्यक्ति से रिश्वत की मांग की थी। एंटी करप्शन टीम ने योजना बनाकर लेखपाल को रंगे हाथों पकड़ा। एसडीएम ने लेखपाल को निलंबित कर दिया है और मामले की जांच के आदेश दिए हैं।

संवाद सूत्र, अमेठी। लेखपाल को पकड़ने में एंटी करप्शन टीम को काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। तीसरे प्रयास में टीम को रिश्वत लेने वाले लेखपाल को पकड़ने में कामयाबी मिली। वहीं दोषी लेखपाल के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई।
भादर के बड़ा इस्माइलपुर मजरे नगरडीह निवासी बाबूलाल पाल से लेखपाल अमित कुमार ने बुधवार को रिश्वत देने की तिथि नियत की थी। पीड़ित के मुताबिक लेखपाल ने कहा था कि पैसा देने के बाद गुरुवार को उनका काम कर दिया जाएगा। किसान के मुताबिक सुबह ही एंटी करप्शन टीम मेरे संपर्क में आ गई। बताया कि सुलतानपुर के महानंदपुर गांव से निकलते समय लेखपाल ने फोन करके पहले अमेठी तहसील बुलाया। जिसकी जानकारी एंटी करप्शन टीम को दी।
एंटी करप्शन टीम के दो लोग बाइक से लेखपाल के पीछे लगे थे। तहसील आने पर उन्होंने पैसा नहीं लिया। लेखपाल ने अयोध्या नगर बाजार में बुलाया। जब वह लेखपाल के पास पहुंचा, तो उनके पास किसी का फोन आ गया। इसके बाद लेखपाल अयोध्या नगर से दुर्गापुर बुलाया। जब किसान शाम को दुर्गापुर पहुंचा, तो लेखपाल बैठे थे। लेखपाल ने बगल खड़ी गाड़ी के पास बुलाया और पैसा लेकर जेब में रख लिया। उस समय बाइक से लेखपाल के पीछे चल रहे एंटी करप्शन टीम के दो सदस्यों ने लेखपाल को पकड़ लिया। तभी अन्य लेखपाल विरोध करने लगे।
लेखपाल की संख्या अधिक होने पर बाजार के लोग भी उनके समर्थन में आ गए। इसी बीच पूरी 13 सदस्यीय टीम मौके पर पहुंच गई। लेखपालों के सामने पानी में हाथ डलवाकर उसका परीक्षण कराया। रिश्वत लेने की पुष्टि होने के बाद साथी लेखपाल वहां से चले गए। एसडीएम आशीष सिंह ने बताया कि लेखपाल अमित कुमार के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की गई है। इनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जा रही है। शिकायतकर्ता की समस्या का निस्तारण कराने के लिए राजस्व निरीक्षक को निर्देशित किया गया है।
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