अमेठी में कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त, नहीं निकली धूप; शीतलहर का प्रकोप जारी
अमेठी में पिछले एक सप्ताह से शीत लहर और कड़ाके की ठंड के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त है। बुधवार शाम तक सूर्य देव के दर्शन नहीं हुए, जिससे मौसम और सर्द हो ...और पढ़ें

संवाद सूत्र, जायस (अमेठी)। पिछले एक सप्ताह से शीत लहर और कड़ाके की ठंड के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त है। जिले के कई जगहों पर बुधवार शाम तक सूर्य देव के दर्शन नहीं हुए। जिसके चलते शाम होते ही मौसम और अधिक सर्द हो गया। पूरा दिन लोग घरों में कैद रहे या फिर बाहर निकल कर अलाव का आनंद लेते नजर आए। नगर की मार्केट में दुकानें प्रतिदिन खुलती हैं, लेकिन दुकानों पर ग्राहकों का टोटा ही रहा।
दुकानदार आफाक अंसारी, मुन्ना, अंसारी, अजीज, रोमिल जैन, पूनम मौर्य, मुकेश ने बताया कि साप्ताहिक बाजार मंगलवार व शनिवार को दोपहर में ही ग्राहक आ रहे हैं। खाली दिनों में मार्केट में सन्नाटा पसरा रहता है। गरम कपड़ों की दुकानों पर लोग खरीदारी करते दिख रहे हैं। शीत लहर और कड़ाके की ठंड के चलते पशु भी घरों में ही क़ैद हैं। जिसके चलते रोड के किनारे गूलर आदि की पत्ती खूब बिक रही है।
नगर पालिका प्रशासन सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था कर रहा है। वहीं समाजिक कार्यकर्ता वकील बाबा भी धार्मिक स्थलों पर अलाव की व्यवस्था करा रहे हैं। गलन बढ़ने के साथ ही लकड़ी और कोयले की खपत भी बढ़ रही है। इसमें बबूल की लकड़ी और कोयला की मांग अधिक है। आरा मशीन की फनटी भी लोग खरीद रहे हैं। जिससे वे घरों में भी आग की व्यवस्था कर रहे हैं। नगर पालिका प्रशासन ने कोतवाली रोड स्थित मलिक मोहम्मद जायसी शोध संस्थान में राहगीरों के लिए रैन बसेरा की व्यवस्था की है।
क्या कहते हैं चिकित्सक?
इस कड़ाके की ठंड में बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। ठंड में गर्म पानी का सेवन और गरम कपड़ों से लैस रहना है। सर्दी-जुकाम के लक्षण महसूस हो, तो तुरंत अस्पताल पहुंच कर चिकित्सकीय सलाह पर दवाई लेनी चाहिए। डॉ. सचिन सिंह, चिकित्सा प्रभारी-पीएचसी जायस

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