Katehari by election result news: यूपी की इस हॉट सीट पर सपा को झटका, बीजेपी प्रत्याशी धर्मराज निषाद ने दर्ज की जीत
Katehari bypoll results 2024 अंबेडकरनगर की कटेहरी विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी धर्मराज निषाद ने जीत दर्ज की है। चौथी बार विधायक बने धर्मराज निषाद को कटेहरी की जनता से अबकी बंपर वोटों से जिताकर पिछली विजय के मतों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस बार जनता ने पिछले तीनों रिकॉर्ड तोड़ कर 33828 वोटों से प्रचंड जीत दिलाई है।

जागरण संवाददाता, अंबेडकरनगर। Katehari Upchunav result: अंबेडकरनगर की कटेहरी विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी धर्मराज निषाद ने जीत दर्ज की है। चौथी बार विधायक बने धर्मराज निषाद को कटेहरी की जनता से अबकी बंपर वोटों से जिताकर पिछली विजय के मतों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पहली बार 5,764 वोटों तथा दूसरी बार 4,121 वोटों से जीते थे। वहीं, तीसरी बार जीत का अंतर महज 240 वोटों का रहा था। इस बार जनता ने पिछले तीनों रिकॉर्ड तोड़ कर 33,828 वोटों से प्रचंड जीत दिलाई है।
भाजपा-सपा के बीच था सीधा मुकाबला
कटेहरी विधानसभा उपचुनाव (Katehari UP Upchunav result) में 20 नवंबर को मतदान संपन्न हो गया था। इस सीट पर 11 प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई थी। सभी ने चुनावी दंगल में बाजी मारने के लिए जमकर मेहनत का दावा किया, लेकिन मतदान के बाद जो बातें सामने आईं, उसमें मुख्य मुकाबला एनडीए गठबंधन से भाजपा के धर्मराज निषाद (dharmraj nishad), इंडिया गठबंधन से सपा सांसद लालजी वर्मा की पत्नी शोभावती वर्मा (shobhawati verma) और बसपा के अमित वर्मा (Amit verma) के बीच बताया गया था।
कौन हैं धर्मराज निषाद?
कटेहरी विधानसभा सीट धर्मराज निषाद की परंपरागत सीट है। वह तीन बार कटेहरी से विधायक रह चुके हैं। सभी चुनाव उन्होंने बसपा के टिकट पर लड़ा था। धर्मराज निषाद की गिनती बसपा के कद्दावर नेताओं में होती थी। वर्ष 2018 में वह बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। वर्ष 2022 में भाजपा ने उन्हें अकबरपुर विधानसभा में प्रत्याशी बनाया था, लेकिन चुनाव में उन्हें सपा के रामअचल राजभर से हार का सामना करना पड़ा था।
धर्मराज निषाद ने राजनीतिक सफर बसपा से शुरू किया था। वर्ष 1996 में पहली बार बसपा के टिकट पर कटेहरी विधानसभा से चुनाव लड़ा और भाजपा के कदद्दावर नेता पूर्व मंत्री अनिल तिवारी को छह हजार से ज्यादा मतों से पराजित किया था। वर्ष 2002 के विधानसभा चुनाव में बसपा ने दोबारा इन्हें कटेहरी से प्रत्याशी बनाया था।चुनाव में उन्होंने सपा के पूर्व विधायक जयशंकर पांडेय को हराया था। लगातार दो बार चुनाव जीतकर वह बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के करीबी बन गए।
वर्ष 2007 में लगातार तीसरी बार बसपा के टिकट पर कटेहरी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। बसपा सरकार ने इन्हें अपनी कैबिनेट में मत्स्य विभाग का मंत्री बनाया था। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में वह बसपा अध्यक्ष मायावती के निर्देश पर जौनपुर जिले के शाहगंज से चुनाव लड़ा, लेकिन सपा के ललई यादव से इन्हें हार का सामना करना पड़ा।
वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में वह अयोध्या जिले की गोसाईगंज सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा। चुनाव में भाजपा के इन्द्र प्रताप तिवारी खब्बू से हार का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2018 में वह बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए और अपनी पुरानी सीट कटेहरी में अपनी जमीन तलाश रहे थे। इस सीट पर निषाद वोटों की संख्या अच्छी है। साथ ही अन्य जातियों में इनकी पकड़ अच्छी है।
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