PM Samman Nidhi का एक साथ फायदा ले रहे 8,200 दंपती, तहसील का चक्कर लगाने को मजबूर पात्र लोग
अंबेडकरनगर में किसान सम्मान निधि योजना में बड़ा खुलासा हुआ है। 8200 से अधिक पति-पत्नी एक साथ इस योजना का लाभ ले रहे थे जो कि नियमों के विरुद्ध है। कृषि विभाग ने सत्यापन के बाद इन अपात्रों की पहचान की है और रिपोर्ट शासन को भेज दी है। यह योजना किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए शुरू की गई थी।

संवाद सूत्र, अंबेडकरनगर। किसान सम्मान निधि पाने के लिए किसानों को आए दिन कार्यालय से लेकर तहसील तक चक्कर लगाना पड़ा है। वहीं योजना का लाभ अपात्र उठा रहे हैं। पहली बार आयकरदाता, सरकारी नौकरी आदि वालों को योजना से बाहर किया गया। वहीं, अब यदि पति-पत्नी को प्रधानमंत्री सम्मान निधि का दोहरा लाभ लेते चिह्नित किया गया है। नियमानुसार पति-पत्नी में किसी एक को ही किसान सम्मान निधि का लाभ मिल सकता है।
शासन द्वारा मिली रिपोर्ट पर कृषि विभाग ऐसे लोगों की इनकी छटनी कराने तथा सत्यापन करा चुका है। अभीतक 8,200 पति व पत्नी उक्त योजना का एकसाथ लाभ लेते मिले हैं। सत्यापन रिपोर्ट शासन को भेजी गई है।
किसानों को खेतीबाड़ी के कार्यों को आसान करने एवं खेती करने के लिए साहूकारों के सामने किसानों को हाथ न फैलाना पड़े, इसके लिए केंद्र सरकार ने फरवरी 2019 में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की शुरूआत की। योजना के तहत एक वर्ष में तीन बार दो-दो हजार रुपये की किस्त किसानों के बैंक खाते में भेजी जाती है।
धनराशि थोड़ी जरूर है लेकिन छोटे और गरीब किसानों के लिए यह बड़ा सहारा बन गई है। उक्त योजना में कई बार सत्यापन करा अपात्रों को बाहर किया गया। इसबार एक परिवार में पति-पत्नी को निधि का लाभ नहीं मिलने के मानदंडों का सत्यापन कराने पर चौकाने वाली दिखी।
पति-पत्नी में एक को ही लाभ मिलना है। शासन के निर्देश पर उप कृषि निदेशक ने कर्मचारियों की मदद से सत्यापन कराया तो जिले में 8,200 पति-पत्नी को एक साथ लाभ लेते पाया हैं।
शासन के निर्देश पर सत्यापन पूर्ण हो चुका है, इसमें 8,200 पति-पत्नी एक साथ सम्मान निधि का लाभ लेते मिले हैं। सत्यापन अख्या शासन को भेजी गई है। -डॉ. अश्विनी कुमार सिंह, उपकृषि निदेशक।
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