प्रयागराज के फूलपुर तहसील में पांच वर्ष से खाली पड़ी है नायब तहसीलदारों की कुर्सी, लोगों को दिक्कत
नायब तहसीलदार मध्य में 129 अविवादित तथा दो विवादित सहित 131 प्रकरण तथा उत्तरी के न्यायालय 79 अविवादित तथा तथा छह विवादित प्रकरण का निस्तारण भी किया गया है। इस प्रकार से जो कार्य एक माह में हो जाना चाहिए वह साल भर में भी नही हो पाता है।
प्रयागराज, जेएनएन। वर्तमान समय में फूलपुर तहसील में एक भी नायब तहसीलदार नियुक्त नहीं है। ऐसे में मुकदमों का निस्तारण नहीं हो पा रहा है। इसके अलावा तमाम महत्वपूर्ण कार्य प्रभावित हैं। तहसील में चार सर्किल नायब तहसीलदार का पद है जिसमें नायब तहसीलदार उत्तरी के पद पर पांच वर्ष से किसी की तैनाती नहीं है। नायब तहसीलदार सिकंदरा व नायब तहसीलदार मध्य का पद चार वर्षों से तथा नायब तहसीलदार दक्षिणी का पद एक माह से पद रिक्त चल रहा है।
फूलपुर तहसील में पांच सौ से अधिक गांव है। जिसे नायब तहसीलदार उत्तरी, दक्षिणी ,मध्य तथा सिकंदरा चार क्षेत्रों मे बांटा गया है। इन नायब तहसीलदारों के पास विविध प्रार्थना पत्रों की जांच, धारा 80 की जांच, विवादित अविवादित दाखिल खारिज के प्रकरण, हाई कोर्ट, आयुक्त, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री के संदर्भों की जांच सहित राजस्व वसूली का कार्य है। नायब तहसीलदार की नियुक्त न होने से बड़े बकाएदारों की वसूली नहीं हो पा रही है। उल्लेखनीय है उक्त प्रकरणों के निस्तारण के लिए तहसीलदार सहित नायब तहसीलदार का न्यायालय निर्धारित किया गया है।
यहां पर तहसीलदार सहित चार नायब तहसीलदार के पद स्वीकृत हैं। वर्तमान में तहसीलदार रमेश चन्द्र पांडेय के अलावा किसी नायब तहसीलदार की तैनाती नहीं है। काफी दिनों बाद नायब तहसीलदार दक्षिणी के रूप में हरि प्रसाद सिंह की नियुक्ति हुई भी पर उनकी तहसीलदार के पद पर प्रोन्नति हो गई और वे गैर जनपद में स्थानांतरित हो गए।
पद खाली होने से फरियादी मायूस
नायब तहसीलदारों के पद खाली होने फरियादी मायूस होकर वापस लौट जाते हैं। दूर-दराज के ग्रामीण अंचलों से आने वाले फरियादी तारीख लेकर वापस चले जा रहे हैं। इस संबंध में तहसील बार एसोसिएशन फूलपुर के अध्यक्ष रोशनलाल पटेल, महामंत्री कमलेश कुमार यादव, पूर्व अध्यक्ष शंकर सिंह, अरविंद कुमार यादव का कहना है कि नायब तहसीलदारों के न रहने से तहसील का कार्य सुचारू रूप से नही चल पा रहा है। न ही समय से दाखिल खारिज हो पा रहा है। पूर्व मंत्री रामअभिलाष यादव, अनुज कुमार श्रीवास्तव, पूर्व महामंत्री सत्य नारायण, आशुतोष कुमार मिश्र का कहना है कि नायब तहसीलदारों का पद रिक्त होने से बैनामा आदि काम नहीं हो रहा है।
लंबित हैं सैकड़ों मामले
अक्टूबर माह के प्रारंभ में नायब तहसीलदार उत्तरी के न्यायालय में 870 ,नायब तहसीलदार सिकंदरा 89, नायब तहसीलदार मध्य के न्यायालय में 736, तथा नायब तहसीलदार दक्षिणी के न्यायालय में 530 से अधिक वाद लंबित है। इसमें से नायब तहसीलदार सिकंदरा के न्यायाल में माह अक्टूबर जहां 65 वाद, मध्य के न्यायालय में 220 तथा नायब तहसीलदार उत्तरी के न्यायालय में 85 वाद दाखिल किया गया। इसी प्रकार माह अक्टूबर में नायब सिकंदरा के न्यायालय से 63 अविवादित तथा दो विवादित सहित 65 वादों का निस्तारण किया गया है। इसी क्रम में नायब तहसीलदार मध्य में 129 अविवादित तथा दो विवादित सहित 131 प्रकरण तथा उत्तरी के न्यायालय 79 अविवादित तथा तथा छह विवादित प्रकरण का निस्तारण भी किया गया है। इस प्रकार से जो कार्य एक माह में हो जाना चाहिए वह साल भर में भी नही हो पाता है।
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