दिव्यांगों के हित की कई सरकारी योजनाएं हैं, पढ़ें क्या हैं योजनाएं और कैसे लाभान्वित हो सकते हैं
शादी प्रोत्साहन योजना के तहत नवविवाहित कम से कम 40 प्रतिशत विकलांगता से प्रभावित दंपतियों में केवल पति के दिव्यांग होने पर 15000 रुपये पत्नी के दिव्यांग होने पर 20000 रुपये पति-पत्नी दोनों के दिव्यांग होने पर 35000 रुपये प्रोत्साहन के रूप में दिए जाते हैं।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। दिव्यांगों को आर्थिक रूप से सक्षम और समृद्ध बनाने में कई सरकारी योजनाएं हैं। कई दिव्यांगजन इन योजनाओं का लाभ ले रहे हैं। हालांकि अभी भी कई ऐसे हैं जिन्हें इन योजनाओं के बारे में जानकारी नहीं है। जिन्हें थोड़ी जानकारी है वे भी सरकारी योजनाओं से बेखबर बने रहते हैं। आइए जानें कौन-कौन सी योजनाएं हैं, जिनका लाभ दिव्यांग ले सकते हैं।
दुकान निर्माण, संचालन के लिए 10 हजार रुपये ऋण योजना : प्रदेश सरकार की ओर से दिव्यांगजानों के लिए कई योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। इसमें दुकान निर्माण, संचालन ऋण योजना प्रमुख है। सभी श्रेणी के दिव्यांगजन जिनकी वार्षिक आय गरीबी रेखा के लिए निर्धारित आय सीमा के दोगुने से अधिक न हो, आयु-18 वर्ष से कम तथा 60 वर्ष से अधिक न हो, जिनके पास स्वयं की दुकान हो, लीज पर अनुबंध के संचालन के लिए चार प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर पर शासन द्वारा 10 हजार रुपये का ऋण देने की व्यवस्था है। इसमें 2,500 रुपये अनुदान तथा 7,500 रुपये ऋण के लिए धनराशि दी जाती है। जिन दिव्यांगों के पास स्वयं की 110 वर्ग फीट भूमि उपलब्ध है, उनको दुकान निर्माण के अंतर्गत 20 हजार रुपये ऋण के रूप में तथा 5000 अनुदान के रूप में दिए जाने का प्रावधान है।
शादी प्रोत्साहन योजना : शादी प्रोत्साहन योजना के तहत नवविवाहित कम से कम 40 प्रतिशत विकलांगता से प्रभावित दंपतियों में केवल पति के दिव्यांग होने पर 15000 रुपये, पत्नी के दिव्यांग होने पर 20000 रुपये, पति-पत्नी दोनों के दिव्यांग होने पर 35000 रुपये प्रोत्साहन के रूप में दिए जाते हैं। योजना के तहत ऐसे दिव्यांगजन जो आयकर की निर्धारित सीमा से कम आय वर्ग के होते हैं, वही आवेदन कर सकते हैं। शादी प्रोत्साहन पुरस्कार के लिए धर्मेंद्र कुमार पांडे और अमर सिंह सरकार की तारीफ कर रहे हैं।
दिव्यांग पेंशन योजना : दिव्यांग पेंशन के लाभार्थियों की बात करें तो प्रयागराज के रहने वाले निहाल अहमद को विगत कई वर्षों से पेंशन मिल ही रही है साथ ही साथ 2018 में सरकार के द्वारा ट्राई साइकिल भी दी गई है। निहाल योगी आदित्यनाथ के कार्यो की सराहना कर रहे हैं। इसी तरह बमरौली के रहने वाले भैरव लाल और नाज भी सरकार के कार्यों की मुरीद हैं।
कृत्रिम अंग व सहायक उपकरण योजना : कृत्रिम अंग और सहायक उपकरण के लाभार्थी बसंती और मिठाई लाल भी बेहद खुश हैं। प्रयागराज कर्नलगंज के रहने वाले रीता पटेल और राजू पटेल को भी दुकान निर्माण और संचालन ऋण योजना का लाभ मिला है।
श्रवण बाधित बच्चों के काक्लियर इंप्लांट के लिए 6 लाख रुपये मिलते हैं : दिव्यांगता निवारण के लिए शल्य चिकित्सा के लिए अनुदान योजना के अंतर्गत दिव्यांगता निवारण के लिए शल्य चिकित्सा के लिए राजकीय चिकित्सालय को उपलब्ध कराये गए अनुमानित व्यय के अनुसार अधिकतम 10000 रुपये व श्रवण बाधित बच्चों के कॉक्लियर इंप्लांट के लिए अधिकतम 6 लाख रुपये प्रति लाभार्थी की दर से अनुदान प्रदान किया जाता है।
विशिष्ट दिव्यांगता प्रमाणपत्र योजना : विशिष्ट दिव्यांगता प्रमाण पत्र (UDID) योजना के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा दिव्यांग जनों का राष्ट्रीय डाटाबेस तैयार करने एवं संपूर्ण भारत में पहचान पत्र दिलाने के रूप में मान्य UDID कार्ड उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इन लोगों को तक सरकार की योजनाओं का लाभ सीधे पहुंचता है।
क्या कहते हैं जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी : जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी नंद किशोर याग्निक कहते हैं कि कई हजार दिव्यांगों को योजनाओं का लाभ मिल चुका है। उन्होंने बताया कि पिछले 5 वर्षों में जिले के कई हजार दिव्यांग लाभार्थी हुए हैं।