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    माघ मेलाः पश्चिमवाहिनी गंगा का प्रवाह देख संत-महात्मा गदगद

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    Updated: Sun, 18 Dec 2016 10:15 PM (IST)

    माघ मेले में संतों और मेला प्रशासन को गंगा के जिस रुख का इंतजार था, गंगा मइया ने आखिर वही रुख अख्तियार कर लिया। मोक्षदायिनी अब धीरे-धीरे पश्चिमवाहिनी होने लगी है।

    इलाहाबाद (जेएनएन)। माघ मेले में संतों और मेला प्रशासन को गंगा के जिस रुख का इंतजार था, गंगा मइया ने आखिर वही रुख अख्तियार कर लिया। मोक्षदायिनी अब धीरे-धीरे पश्चिमवाहिनी होने लगी है। जिसकी वजह से कटान थमने लगी है। मेला प्रशासन इंतजाम को लेकर राहत महसूस कर रहा है तो संत महात्माओ मे भी बेहद खुशी है। माघ मेले मे पश्चिमवाहिनी गंगा का प्रवाह बेहद शुभ माना जाता है।

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    संतगण इसे धार्मिक तौर पर तो शुभ मानते ही है, मेला प्रशासन के लिए भी यह रुख शुभदायी होता है। क्योकि इससे गंगा की धारा ऐसी नही होती जिससे जमीन का कटान अधिक हो। बीते कई सालो मे जिस तरह से गंगा पश्चिमवाहिनी होकर बह रही थी, उससे इस बार गंगा का प्रवाह बदलने से संत निराश थे। खाक चौक के संत महामंडलेश्र्वर संतोषदास उर्फ सतुआ बाबा कहते है कि माघ मेले मे पश्चिमवाहिनी गंगा विशेष शुभ मानी जाती है। वे कहते है कि गंगा मइया इस बार माघ मेले पर विशेष कृपा करने आ रही है। मेलाधिकारी आशीष मिश्र ने बताया कि गंगा अब धीरे-धीरे पश्चिमवाहिनी होने लगी है। इससे इंतजाम करने मे काफी सुविधा मिल जाएगी। गंगा के प्रवाह मे इस परिवर्तन से महावीर पुल के पास होने वाला कटान थम गया है। अन्य स्थानो पर भी जो कटान चल रहा है, वह जल्द ही थम जाएगा।

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    221 संस्थाओं को बांटी जमीन

    मेला प्रशासन की राजस्व टीम ने शनिवार को माघ मेले के लिए संगम लोअर मार्ग पर संस्थाओ को जमीन आवंटित किया। इस दौरान बड़ी संख्या मे संस्थाओ के प्रतिनिधिगण और संत मौजूद रहे। मेलाधिकारी आशीष मिश्र ने बताया कि संगम लोअर मार्ग की दोनो पटरियो पर कुल 221 संस्थाओ को जमीन का आवंटन कर दिया गया है। अब रविवार को तुलसी मार्ग पर आवंटन किया जाएगा। 20 दिसंबर को खाक चौक की भूमि का वितरण मेला प्रशासन करेगा। बता दे कि खाक चौक मे दो गुट होने के कारण मेला प्रशासन ने खुद ही जमीन बांटने का फैसला किया है। हालांकि महंत माधवदास के खेमे ने पहले मेला बहिष्कार का ऐलान किया था, लेकिन रविवार को दोनो गुटो के इलाहाबाद पहुंचने पर क्या रुख रहेगा। इस पर मेला प्रशासन की नजर गड़ी है।