दिल्ली से हावड़ा रूट पर खत्म होगी लेवल क्रांसिग Prayagraj News
दिल्ली-हावड़़ा रूट पर ट्रेनों के बोझ को कम करने के लिए माल गाडिय़ों के संचालन के लिए अलग से रेलवे लाइन बिछाई जा रही है। नवंबर तक भाऊपुर से खुर्जा तक की डीएफसी लाइन शुरू हो जाएगी।
प्रयागराज,जेएनएन : दिल्ली-हावड़ा रूट पर ट्रेनों का परिचालन और बेहतर करने के लिए सभी लेवल क्रांसिग को समाप्त किया जाएगा। ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कोरिडोर (ईडीएफसी) पर एक भी लेवल क्रांसिग नहीं रहेगी। उत्तर प्रदेश में 75 रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) का निर्माण होगा। इसके लिए रेलवे ने प्रदेश सरकार को 924 करोड़ रुपये दिए हैं। अब तक आरओबी में रेलवे का हिस्सा रेलवे द्वारा बनवाया जाता था। अब पूरा ब्रिज प्रदेश सरकार की कार्यदायी संस्था ही बनाएगी। रेलवे उसमें सहयोग करेगा।
दिल्ली-हावड़़ा रूट पर ट्रेनों के बोझ को कम करने के लिए माल गाडिय़ों के संचालन के लिए अलग से रेलवे लाइन बिछाई जा रही है। नवंबर 2019 तक भाऊपुर से खुर्जा तक की डीएफसी की लाइन शुरू हो जाएगी। सवारी गाडिय़ां और माल गाडिय़ों का संचालन बेहतर करने के लिए रेलवे पिछले तीन साल में एनसीआर में 38 आरओबी और 302 आरयूबी का निर्माण करवा चुका है। अब यूपी में 75 और आरओबी बनाए जाएंगे। उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अजीत कुमार सिंह का कहना है कि रेलमंत्री पीयूष गोयल राज्यसभा में यूपी में 75 आरओबी बनाने की जानकारी दे चुके हैं। इसके लिए 924 करोड़ का बजट प्रदेश सरकार को दिया गया है। लेवल क्रांसिग समाप्त होने पर ट्रेनों का संचालन तो बेहतर होगा। लोगों को भी सहूलियत होगी। उन्हें रेलवे फाटक पर खड़ा नहीं होना होगा।
डिजाइन बनाने में अब नहीं होगा विलंब:
आरओबी का निर्माण करते समय अभी तक रेलवे अपने हिस्से में और प्रदेश सरकार की कार्यदायी संस्था अपने क्षेत्र में पुल बनवाती रही है। मगर अब प्रदेश सरकार की कार्यदायी संस्था ही पूरा पुल बनवाएगी। इसके लिए रेलवे और प्रदेश सरकारी की कार्यदायी संस्था एक साथ सर्वे करेगी। अभी तक मैनुअल डिजाइन बनाया जाता था। अब डिजिटल डिजाइन बनेगा। उसमें संशोधन का सुझाव ऑनलाइन लिया जाएगा, ताकि डिजाइन बनाने में विलंब न हो। आरओबी बनवाने में रेलवे की टीम पूरा सहयोग करेगी।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप