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    वर्तमान लाइफ स्‍टाइल में धूप की जगह टैबलेट से विटामिन डी लेने की लोगों में बढ़ी है प्रवृत्ति

    By Brijesh SrivastavaEdited By:
    Updated: Sat, 12 Feb 2022 08:57 AM (IST)

    आपाधापी की जिंदगी में लोगों के पास धूप लेने का वक्‍त नहीं है। ऐसे में चिकित्सक व डायटीशियन कैल्सियम की एक गोली रोज खाने की सलाह देते हैं। सामान्‍यतया 50 वर्ष से ज्यादा उम्र की महिलाओं में रीढ़ की हड्डी और कमर में दर्द की समस्‍या बढ़ जाती है।

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    विटामिन डी टेबलेट अथवा इंजेक्शन के रूप में लेंगे तो वह भी क्रियाशील तभी होगा, जब धूप ली जाएगी।

    प्रयागराज, जेएनएन। एक वह जमाना था जब जीवन शैली अलग थी। तब समूह में बैठकर लोग बातचीत करते थे और साथ ही धूप का भी आनंद लेते थे। इससे उनका शरीर भी स्‍वस्‍थ रहता था। न कैल्सियम की कमी होती थी और न ही हड्डियां कमजोर। वहीं आधुनिक लाइफ स्‍टाइल में काम की आपाधापी, नौकरी और व्‍यवसाय की टेंशन भी है। ऐसे में लोगों के पास वक्‍त ही नहीं है। व्‍यस्‍त जिंदगी में ज्यादातर लोगों के पास धूप लेने की फुर्सत भी नहीं होती। ऐसे में शरीर में विटामिन डी की कमी होने से रीढ़ की हड्डी और कमर में दर्द जैसी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। इस समस्या से निजात के लिए लोगों में धूप की जगह टेबलेट से विटामिन डी लेने की प्रवृत्ति बढ़ रही है। चिकित्सक और डायटीशियन भी इसके विकल्प के रूप में कैल्सियम की गोली खाने के लिए सलाह देते हैं।

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    सूर्य की रोशनी के जरिए शरीर में बनता है विटामिन डी

    जानकार बताते हैं कि विटामिन डी थ्री विटामिन डी का सक्रिय स्वरूप यानी एक्टिव फार्म होता है, जो सूर्य की रोशनी के जरिए शरीर के अंदर निर्मित होता है। अगर विटामिन डी टेबलेट अथवा इंजेक्शन के रूप में लिया जाता है तो वह भी क्रियाशील तभी होगा, जब धूप ली जाएगी।

    आइए जानें डाक्‍टर दीपक सेठ क्‍या कहते हैं इस बारे में

    कौशांबी जनपद में संयुक्त जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डा. दीपक सेठ का कहना है कि अगर शरीर में विटामिन डी नहीं होगा तो कैल्सियम अवशोषण कम होगा, जो हड्डियों एवं कोशिकाओं को मजबूत करने में सहायता करते हैं। उनका कहना है कि वर्तमान लाइफ स्टाइल में चिकित्सक एवं डायटीशियन इसकी सलाह देते हैं कि सभी खासकर 50 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं को कैल्सियम की एक गोली प्रतिदिन भोजन की तरह इस्तेमाल करना चाहिए। इससे रीढ़ की हड्डी मजबूत रहेगी, कमर में दर्द नहीं होगा और छोटे फ्रैक्चर भी नहीं होंगे। उनका मानना है कि काम की वजह से आमतौर पर महिलाओं को धूप लेने का समय नहीं मिलता है, जिससे इस तरह की दिक्कतें बढ़ जाती हैं।

    कैल्सियम टेबलेट की बिक्री ठंड में बढ़ी : पुरुषोत्‍तम 

    कौशांबी केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष पुरुषोत्तम कुमार का कहना है कि कैल्सियम टेबलेट की बिक्री में सामान्य दिनों की तुलना में ठंड के मौसम में बढ़ी है। ऐसा इसलिए कि ठंड में रीढ़ और कमर दर्द की परेशानी लोगों में बढ़ जाती है।