राष्ट्रपति से ‘साहित्य श्री’ की उपाधि प्राप्त वरिष्ठ कवि बुद्धिसेन शर्मा का निधन, अंतिम संस्कार प्रयागराज में होगा
वरिष्ठ कवि बुद्धिसेन शर्मा का जन्म 26 दिसंबर 1941 को कानपुर में हुआ था। उनका प्रयागराज के करैलाबाग कालोनी में आवास है। लंबी बीमारी से पीडि़त होने पर वे अपने शागिर्द इश्क सुल्तानपुरी के साथ अमेठी के गौरीगंज में रहते थे। वहीं उनका आज सुबह निधन हो गया।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। साहित्य के दिग्गजों में से एक माने जाने वाले वरिष्ठ कवि बुद्धिसेन शर्मा का निधन हो गया है। 80 वर्षीय बुद्धिसेन शर्मा का मंगलवार की सुबह निधन हुआ। साहित्य को ऊंचाई प्रदान करने में उनका अहम योगदान माना जाता है। वह काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। अचानक उनके अब नहीं रहने की जानकारी मिलने पर प्रयागराज के साहित्यकारों व कवियों में शोक की लहर दौड़ गई है। उनका प्रयागराज में आवास है। यहां के रसूलाबाद गंगा घाट पर उनका अंतिम संस्कार आज शाम शाम चार बजे होगा। उनके शिष्य केके मिश्र पार्थिव शरीर को मुखाग्नि देंगे।
काफी समय से बीमार थे, अमेठी के गौरीगंज में थे
उल्लेखनीय है कि वरिष्ठ कवि बुद्धिसेन शर्मा का जन्म 26 दिसंबर 1941 को कानपुर में हुआ था। बुद्धिसेन शर्मा प्रयागराज के करैलाबाग कालोनी में निवास करते थे। लंबे समय से बीमार होने के कारण अपने शागिर्द इश्क सुल्तानपुरी के साथ गौरीगंज में रह रहे थे। वहीं उनका इलाज भी चल रहा था। आज वहां उनका निधन हो गया।
अकबर इलाहाबादी सम्मान से नवाजे गए थे बुद्धिसेन
वरिष्ठ कवि बुद्धिसेन शर्मा ने आगरा विश्वविद्यालय से स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। समाचार पत्र ‘दैनिक प्रताप’, ‘भारत’ और ‘मनोरमा’ पत्रिका में उन्होंने काम किया था। मुशायरों में भाग लेने के लिए कई देशों की यात्रा की थी। देश के राष्ट्रपति के हाथों उन्हें ‘साहित्य श्री’ की उपाधि मिली थी। इसके अलावा वर्ष 2019 में गुफ्तगू द्वारा उन्हें ‘अकबर इलाहाबादी सम्मान’ प्रदान किया गया था।
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