...तो पजावा रामलीला कमेटी पर संकट से दशहरा फीका होने के आसार हैं Prayagraj News
प्रयागराज के दशहरा का जिक्र हो और ऐतिहासिक पजावा के रामदल की बात न हो कुछ अधूरा सा लगता है। इस बार पजावा रामदल के निकलने की कम ही उम्मीद है। कमेटी पर संकट के बादल हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। श्री महंत बाबा हाथी राम पजावा रामलीला कमेटी में पड़ी फूट के चलते प्रयागराज का दशहरा महोत्सव इस बार फीका रह सकता है। हर साल होने वाले महोत्सव के कर्ता-धर्ता ही मान रहे हैं कि इस बार कोई भी आयोजन होने की स्थिति में नहीं है तो रजिस्ट्रार सोसायटी और जिला प्रशासन से 'दखलÓ की एक अंतिम उम्मीद भी लगा रखी है। बात कहीं से नहीं बनी तो पुराने शहर में जीटी रोड पर नवमी का रामदल भी निकलने की उम्मीद खत्म ही समझिए।
दो सौ साल पुराना है पजावा की रामलीला कमेटी
दो सौ साल से अधिक प्राचीन पजावा रामलीला कमेटी का दशहरा आयोजन 2019 में होने को लेकर कर्ता-धर्ता ही आश्वस्त नहीं हैं। क्योंकि कमेटी कई साल से बिना नामित पदाधिकारियों के ही संचालित हो रही है। यही वजह है कि दशहरा आयोजन पर कोई बोलने को तैयार नहीं है। गुपचुप यह कहा जा रहा है कि इस बार दशहरा महोत्सव होने की उम्मीद 10 प्रतिशत ही बची है। वह भी इसलिए क्योंकि रजिस्ट्रार सोसायटी से दखल के कुछ संकेत मिल रहे हैं।
आज होना है मुकुट पूजन, यह कैसे होगा?
कमेटी से लंबे अरसे से जुड़े एक वरिष्ठ सदस्य का कहना है कि बुधवार को मुकुट पूजन की रस्म निभाई जानी है। यह कैसे होगा? इस पर कुछ पुराने साथियों से विचार-विमर्श किया जा रहा है। कहा कि कुछ लोगों की वजह से जो नया विवाद खड़ा हुआ है उसका बीज करीब 15 साल पहले ही मुकदमेबाजी कर बो दिया गया था। इसके बाद कमेटी के पदाधिकारियों ने वित्तीय संकट बताकर अपने पांव खींचने शुरू कर दिए और अब विवाद सतह पर आ गया तो महोत्सव पर ही बड़ा संकट आ गया है।
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