Move to Jagran APP

Banyan Tree Benefits: औषधि का खजाना है बरगद का पेड़, इसके पत्तों और छालों में छिपे हैं ये फायदे

प्रयागराज के डीएफओ रामानुज त्रिपाठी बताते हैं कि बरगद को घर से कुछ दूरी पर या बाग में लगाना चाहिए। जुलाई-अगस्त का समय पौधा रोपने के लिए सबसे अनुकूल होता है। बरगद के पत्तों को सेंककर उसमें तेल लगाकर बांधने से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Fri, 02 Jul 2021 03:43 PM (IST)Updated: Fri, 02 Jul 2021 03:49 PM (IST)
Banyan Tree Benefits: औषधि का खजाना है बरगद का पेड़, इसके पत्तों और छालों में छिपे हैं ये फायदे
पत्तियों को पीसकर तैयार लेप से मालिश करने पर खुजली आदि की समस्या दूर होती है

प्रयागराज [गुरुदीप त्रिपाठी]। बरगद पेड़ ही नहीं, बल्कि औषधि का खजाना भी है। तना, छाल, पत्ती तक औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। वनस्पति विज्ञानी डा. एचपी पांडेय कहते हैं कि मोच व सूजन होने पर इसके पत्ते में सरसों का तेल लगाकर गर्म करके बांधने से लाभ मिलता है। इसके फल को पीसकर मिश्री में मिलाकर दूध के साथ सेवन करने पर पौरुष शक्ति बढ़ती है। छाल का काढ़ा बनाकर पीने से इम्युनिटी बढ़ती है।

loksabha election banner

यह कोलेस्ट्राल को नियंत्रित करता है। मधुमेह में फायदेमंद है। इसका दूध वात, पित्त, कफ तीनों को नष्ट करता है। यह आक्सीजन भी प्रचुर मात्र में देता है। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में वनस्पति विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो. गिरजेश कुमार बताते हैं कि बरगद से 24 घंटे में 20 घंटे तक आक्सीजन मिलती है, इसलिए प्राणवायु के लिए यह एक उत्तम माध्यम है। कोरोना महामारी में इसकी उपयोगिता साबित भी हुई।

ऐसे लगाएं पौधा

प्रयागराज के डीएफओ रामानुज त्रिपाठी बताते हैं कि बरगद को घर से कुछ दूरी पर या बाग में लगाना चाहिए। जुलाई-अगस्त का समय पौधा रोपने के लिए सबसे अनुकूल होता है। इसके लिए करीब दो फीट गहरा एक गड्ढा खोदना चाहिए, जिसके बाद पौधा लगाकर उसके चारों तरफ अच्छे से मिट्टी को दबा देना चाहिए। फिर करीब दो बाल्टी पानी डाल देना चाहिए। एयर गैपिंग न होने पर पौधे लगने की संभावना बढ़ जाती है। इस दौरान कीटनाशक भी डालनी चाहिए। यह मैदानी क्षेत्र में अच्छी वृद्धि करते हैं। पहाड़ी क्षेत्र इनके अनुकूल नहीं होते हैं।

ये हैं इसके फायदे

क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डा. शारदा प्रसाद ने बताया कि

  • बरगद के पत्तों को सेंककर उसमें तेल लगाकर बांधने से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है
  • पत्तियों को पीसकर तैयार लेप से मालिश करने पर खुजली आदि की समस्या दूर होती है
  • पत्ते को पीसकर उसका सेवन करने से त्वचा रोग और पाचन तंत्र ठीक होता है, जिससे अस्थमा की तकलीफ में भी आराम मिलता है
  • अगर पूरे शरीर में दर्द हो तो छाल को उबालकर पीना लाभदायक होता है। कई दूसरी शारीरिक समस्याओं का भी निवारण बरगद से होता है
  • बरगद की जड़ों में सबसे अधिक मात्र में एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। चेहरे की झुर्रियों को दूर करने के लिए भी बरगद की जड़ों का प्रयोग होता है

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.