राम मंदिर का मुद्दा छोड़ने की वजह से अटल जी चुनाव हारे : स्वामी
देश के प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी जी ने राम मंदिर के मुद्दे को छोड़ दिया। इंडिया शाइनिंग बनाकर चुनाव लड़ा और हार गए। विकास पर कौन सी पार्टी जीती है, कोई नहीं बता सकता है।
इलाहाबाद (जेएनएन)। भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी का मानना है कि भारत में सिर्फ विकास के मुद्दे पर चुनाव नहीं जीता जा सकता। उनकी राय में किसी भी पार्टी को अपने मुख्य मुद्दे से हटकर नई परिपाटी नहीं डालनी चाहिए।
स्वामी ने कल इलाहाबाद में इंडिया पॉलिटिकल सेंटर वेबसाइट का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के लिए तीन चीजें काफी अहम् हैं- विकास कार्य, कानून व्यवस्था तथा सामाजिक व धार्मिक विषय के मुद्दे।
राज्यसभा में स्वामी ने उठाया अयोध्या मुद्दा, कहा-सुप्रीम कोर्ट में रोज सुनवाई हो
उन्होंने कहा कि यह सत्य है कि भारतीय जनता पार्टी को राम मंदिर के मुद्दे से कई बार काफी लाभ मिला। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी जी ने राम मंदिर के मुद्दे को छोड़ दिया। इंडिया शाइनिंग बनाकर चुनाव लड़ा और हार गए। केवल विकास के आधार पर कौन सी पार्टी जीती है, कोई नहीं बता सकता है।
स्वामी बोले- NDA सरकार के कार्यों से संतुष्ट हूं, लेकिन वित्त मंत्री के प्रदर्शन से नहीं
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि विकास अहम है, मगर कोई सरकार सिर्फ विकास के दम पर दोबारा सत्ता में नहीं आती है। देश में सबसे ज्यादा विकास कराने वाली नरसिंह राव सरकार औंधे मुंह गिरी। औद्योगिक विकास की गति 12-13 फीसदी पहुंचा देने वाली राजीव गांधी सरकार और शाइनिंग इंडिया का नारा लेकर अटल सरकार भी चुनाव हार गई। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में चुनाव में इस बार सुदृढ़ कानून- व्यवस्था, अयोध्या में राम मंदिर और कानून व्यवस्था पर सख्त रुख अपनाने वाले मुख्यमंत्री के चेहरे का मुद्दा होगा। इसमें सबसे आगे भाजपा है।
किस BJP सांसद ने कहा- 'हम पाकिस्तान के चार टुकड़े भी कर सकते हैं'
स्वामी ने कहा कि राजनीति में मेरा जितना अनुभव है उसके अनुसार केवल विकास के आधार पर कभी नहीं चुनाव जीता जा सकता। चुनाव को विकास, कानून व्यवस्था के साथ सामाजिक व धार्मिक विषय के मुद्दे काफी प्रभावित करते हैं। स्वामी ने कहा अब यह भारतीय जनता पार्टी को तय करना है उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में उसे कौन से मुद्दे को प्राथमिकता देनी है।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर हालांकि सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि यह काम कानून और कोर्ट से पूरा होगा। अगर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करे तो दो महीने में फैसला आ जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी ने राम मंदिर निर्माण के मुद्दे में पहल नहीं की तो लो लोग वोट नहीं करेंगे।
हिंदू और मुसलमानों का डीएनए एक ही है: सुब्रमण्यम स्वामी
उन्होंने कहा कि राम मंदिर का मुद्दा देश की अस्मिता से जुड़ा है। कोई लाख इनकार करे, लेकिन भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में शामिल है। इसी कारण मैं एक नवंबर को सुप्रीम कोर्ट में आवेदन करके दिन प्रतिदिन इस केस की सुनवाई की प्रक्रिया शुरू कराऊंगा। ताकि वर्ष के अंत तक इस मामले में फैसला आ जाए। मुझे पूरी उम्मीद है कि हाईकोर्ट की तरह सुप्रीम कोर्ट में भी राम मंदिर के पक्ष में फैसला आएगा।
संकट में कांग्रेस, नेशनल हेराल्ड मामलेे में सोनिया गांधी व राहुल को मिला नोटिस
अब मुस्लिम पक्षकार भी राम मंदिर के पक्ष में हैं, किंतु वह भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे हैं। देश में 42 हजार मंदिर टूटे हैं, जिसमें से अयोध्या, काशी और मथुरा का ही मंदिर मांगा जा रहा है। राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है। इसलिए वहां मंदिर के सिवा कुछ भी नहीं हो सकता।
महात्मा गांधी को आरएसएस ने नहीं, अंग्रेजों ने मारा था : सुब्रमण्यम स्वामी
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि अब मुस्लिम महिलाएं भी यूनिफार्म सिविल कोड का समर्थन कर रहीं है। इसे लागू करना केंद्र सरकार का कम है। अब तो मुस्लिम महिलाएं भी तीन तलक को खत्म करने और यूनिफार्म सिविल कोड का समर्थन कर रही हैं।
पाकिस्तान के अब चार टुकड़े करेंगे
सर्जिकल स्ट्राइक पर केंद्र सरकार के साथ भारतीय सेना की प्रशंसा करते हुए स्वामी ने कहा कि पाकिस्तान हमेशा युद्ध के लिए तैयार रहता है। अभी तो उसके दो ही टुकड़े हुए हैं, अब भी अगर पडोसी देश नहीं सुधरा तो चार टुकड़े कर देंगे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।