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    अलीगढ़ में बीता था गीतकार जलीस शेरवानी का बचपन

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 03 Aug 2018 03:00 PM (IST)

    बॉलीवुड के बेहतरीन संवाद लेखक व गीतकार जलीस शेरवानी का अलीगढ़ से गहरा संबंध रहा है।

    अलीगढ़ में बीता था गीतकार जलीस शेरवानी का बचपन

    जागरण संवाददाता, अलीगढ़: बॉलीवुड के बेहतरीन संवाद लेखक व गीतकार जलीस शेरवानी का अलीगढ़ से गहरा नाता रहा है। सलमान खान की ज्यादातर फिल्मों के डायलॉग व गीत लिखकर चर्चा में रहने वाले जलीस शेरवानी का बचपन अलीगढ़ में बीता और कक्षा 10 तक की पढ़ाई एएमयू के सिटी स्कूल में की। उनके चार छोटे भाई और एक बहन आज भी अलीगढ़ में ही रहते हैं। उनके निधन से परिवार में शोक छाया हुआ है।

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    कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष नफीस शेरवानी उनके छोटे भाई हैं। नफीस ने बताया कि हमारा परिवार 1965 में कासगंज के थाना ठोलना के गांव बिरहरा से यहां मुजम्मिल मंजिल में आ बसा था। पिता अनीस शेरवानी ड्राइवर थे। भाई ने 1970-71 में सिटी स्कूल से हाईस्कूल पास किया। 1972 में परिवार पुन: कासगंज चला गया। भाई का मन पढ़ाई में नहीं था। 1982 में वे बिना बताए मुंबई भाग गए। वहां कुछ दिन अपने एक परिचित बिजली ठेकेदार के यहां नौकरी की। कोई ठिकाना नहीं था, इसलिए फुटपाथ व ट्रेन में अखबार बिछाकर सोए। 1982 में परिवार कासगंज से दिल्ली और 1986 में पुन: अलीगढ़ के जोहराबाग में आ गया। भाई 1988, 2002 व 2005 में परिवार से भेंट व दूसरे कार्यो से अलीगढ़ आए। 2008 में अंतिम बार मां अनवर फातिमा शेरवानी का इंतकाल होने पर जनाजे को कंधा देने ही आए। भाई ने कामयाबी के लिए काफी संघर्ष किया। उनसे छोटे रफीक शेरवानी, जो यहां भमोला आलमबाग में रहते हैं, उनकी 30 जुलाई को ही मुंबई में भाई व भाबी से एक होटल में मुलाकात हुई। 31 जुलाई को वे वापस आए और अगले ही दिन उनके निधन की सूचना आ गई। अन्य भाई अलीम शेरवानी पॉलीटेक्निक में आफिस अटेंड हैं। सबसे छोटे भाई सलीम शेरवानी, बहन राफिया रियाज शेरवानी धौर्रा में रहते हैं। जलीस का फिल्मी सफर

    प्रतिघात, कनवरलाल, हत्यारे, संग्राम, गेम, इश्क में जीना, इश्क में मरना, अनोखा अंदाज, एक था राजा, माफिया, लोफर, भूत बंगला, मृत्युदाता, हफ्ता वसूली, आक्रोश, बागी, सत्य (यथार्थ), तेज, इंतकाम, चाद-सा रोशन चेहरा, साथी , हेलो, गीत, पेइंग गेस्ट्स, क्या यही प्यार है, मैंने दिल तुझको दिया, हम तुम्हारें हैं सनम, गर्व, द किलर, कहो प्यार करने के लिए, शादी कर फंस गया, मुझसे शादी करोगी, तेरे नाम, जिंदगी तेरे नाम, हेलो ब्रदर, वाटेड, श्रीमती खन्ना, दबंग, दबंग-2 चश्मे-बद्दूर व टाइगर जिंदा है समेत अनेक फिल्मों के डायलॉग, कहानी, पटकथा व गीत लिखे। सलमान खान की ज्यादातर फिल्मों के डायलॉग व गीत जलीस ने ही लिखे हैं।