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    Aligarh Poisonous Liquor Case : शराब माफिया ऋषि के भाई मुनीष पर रासुका तय, एक साल तक नहीं मिलेगी जमानत

    By Anil KushwahaEdited By:
    Updated: Sat, 05 Nov 2022 10:11 AM (IST)

    Aligarh Poisonous Liquor Case बीते वर्ष 28 मई 2021 से अलीगढ़ में जहरीली शराब पीने से मौतों का सिलसिला शुरू हुआ था। जिसमें 104 लोगों की जान गयी थी। पुलिस ने मामले में कुल 33 मुकदमे दर्ज किए थे जबकि 88 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

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    जहरीली शराब प्रकरण में आरोपित मुनीष पर भी शासन स्तर से रासुका तय हो गई।

    अलीगढ़, जागरण संवाददाता। Aligarh Poisonous Liquor Case : जहरीली शराब प्रकरण में आरोपित माफिया ऋषि शर्मा के बाद उसके भाई मुनीष पर भी शासन स्तर से रासुका तय हो गई। मुनीष फिलहाल मैनपुरी जेल में बंद है। अब उसे एक साल तक जमानत नहीं मिल पाएगी।

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    100 से अधिक लोगों की जान गई

    जिले में 28 मई 2021 से जहरीली शराब पीने से मौतों का सिलसिला शुरू हुआ था। लोधा, जवां, पिसावा, खैर, जवां, गभाना, टप्पल, क्वार्सी, गांधीपार्क थाना क्षेत्र में 104 लोगों की जान गई थी। पुलिस ने इस मामले में कुल 33 मुकदमे दर्ज किए थे। 88 आरोपितों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। हाईकोर्ट से कुछ आरोपित जमानत पर बाहर हैं। वहीं सितंबर में ऋषि शर्मा के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की गई। इसके बाद उसके भाई जवां निवासी मुनीष शर्मा पर रासुका लगाई।

    आठ मुकदमों में मिली जमानत

    मुनीष के विरुद्ध नौ मुकदमे दर्ज हैं। आठ मुकदमों में मुनीष को जमानत मिल चुकी थी। नौवें मुकदमे में जमानत के लिए वह तैयारी कर रहा था, तभी पुलिस प्रशासन ने उस पर भी रासुका लगा दी। एसएसपी कलानिधि नैथानी की रिपोर्ट पर डीएम इंद्रविक्रम सिंह की संस्तुति के बाद शासन ने रासुका तय कर दी है।

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    मेडिकल कालेज की इमरजेंसी में तीमारदार भिड़े, हंगामा

    अलीगढ़ । एएमयू के जेएन मेडिकल कालेज की इमरजेंसी में शुक्रवार रात तीमारदारों में स्ट्रेचर को लेकर जमकर मारपीट हो गई। इससे अफरातफरी मच गई। मरीज और तीमारदार इधर-उधर भागने लगे। जानकारी मिलने पर सिक्योरिटी गार्ड और मेडिकल चौकी की पुलिस भी पहुंच गई। मामले में एएमयू के सिक्योरिटी इंस्पेक्टर व उसके बेटे और अज्ञात के खिलाफ थाना सिविल लाइन में तहरीर दे दी गई है। प्राक्टर आफिस की ओर से भी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

    स्‍ट्रेचर को लेकर शुरू हुआ विवाद

    अतरौली निवासी जमीर वर्तमान में सर सैयद नगर में रहते हैं। उनका बड़े भाई तनवीर डेंगू से पीड़ित हैं और मेडिकल की इमरजेंसी भर्ती है। शुक्रवार रात वह मेडिकल की इमरजेंसी पहुंचे थे। उनके साथ गर्भवती पत्नी शबा व बहन गुलिस्तां थीं। इसी दौरान एएमयू के सिक्योरिटी इंसपेक्टर भी इलाज कराने गए थे। उनका बेटा व दोस्त भी साथ थे। बताते हैं कि दोनों पक्षाें में स्ट्रेचर को लेकर विवाद शुरू हो गया। दोनों पक्ष स्ट्रेचर पहले लेने की जिद कर रहे थे। मामला बढ़ने पर मारपीट हो गई।

    जांच के बाद दोषी के खिलाफ होगी कार्रवाई

    जमीर का आरोप है कि सिक्योरिटी इंसपेक्टर के बेटे व उनके दोस्तों ने मारपीट की है। सिविल लाइन इंस्पेक्टर प्रवेश राणा का कहना है कि स्ट्रेचर को लेकर विवाद हुआ था। अतरौली के जमीर के अलावा एएमयू का सिक्योरिटी इंस्पेक्टर भी आया था। उसके साथ बेटा भी था। जमीर खां की ओर से दी गई तहरीर पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। डिप्टी प्राक्टर प्रो. एस अली नवाज जैदी ने बताया कि इस मामले की जांच की जाएगी। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।