UP News: रेलवे बोर्ड ने खुद की नर्सरी में पौधे तैयार करने का लिया था निर्णय, नहीं मिला माली तो रूठ गई हरियाली
पर्यावरण को बढ़ावा देने और यात्रियों को रेलवे लाइन के सहारे गंदगी की बजाए हरियाली दिखाने के उद्देश्य से कठपुला के नजदीक लगाई गई नर्सरी उजड़ गई। नर्सरी को माली ही नहीं मिला। रेलवे अधिकारियों की बेरुखी के चलते एक दर्जन से अधिक प्रजातियों के पौधे बर्बाद हो गए। जबकि रेलवे की योजना थी कि पौधों को गमलों में लगाकर रेलवे स्टेशन परिसर कार्यालय व पार्क में रखा जाएगा।

अलीगढ़ [संदीप सक्सेना] : पर्यावरण को बढ़ावा देने और यात्रियों को रेलवे लाइन के सहारे गंदगी की बजाए हरियाली दिखाने के उद्देश्य से कठपुला के नजदीक लगाई गई नर्सरी उजड़ गई। नर्सरी को माली ही नहीं मिला। रेलवे अधिकारियों की बेरुखी के चलते एक दर्जन से अधिक प्रजातियों के पौधे बर्बाद हो गए।
रेलवे की योजना थी कि पौधों को गमलों में लगाकर रेलवे स्टेशन परिसर, कार्यालय व पार्क में रखा जाएगा, जिससे फूलों की खुशबू से माहौल बदल सके और ट्रेन में सफर करने वाले मुसाफिर भी आकर्षित हो।
रेलवे ने पीएम के स्वच्छ व हरियाली अभियान को आगे बढ़ाने के लिए उठाए थे यह कदम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ एवं हरियाली अभियान को आगे बढ़ाने के लिए रेलवे बोर्ड ने अलीगढ़, कानपुर व मिर्जापुर आदि जनपदों में नर्सरी स्थापित करने का निर्णय लिया था ताकि रेलवे को हरियाली करने के लिए पौधे वन विभाग या अन्य किसी पौधशाला के भरोसे नहीं रहना पड़े। रेलवे अपनी नर्सरी में पौधे उगाए व पौधों से रेलवे स्टेशनों और रेलवे की भूमि को हराभरा करने का कार्य किया जा सके। इसके लिए रेलवे ने वर्ष 2019 में अलीगढ़ में ब्रिटिशकाल में बने कठपुला के पास नर्सरी लगाई।
यात्रियों को स्वच्छ वातावरण दिखाना था रेलवे का उद्देश्य
निर्णय लिया गया था कि स्वच्छ वातावरण बनाने के लिए रेलवे ट्रैक के सहारे हरियाली लाने को पौधे रोपित किए जा सकें। रेलवे का उद्देश्य था कि ट्रेन में यात्रा करने वाले यात्रियों को ट्रैक पर गंदगी की बजाए हरियाली देखने के साथ ही स्वच्छ वातावरण देखने को मिले।
नर्सरी पर खर्च हुए थे सात लाख रुपये
अलीगढ़ रेलवे स्टेशन के पास कठपुला के नीचे ट्रैक के सहारे बनी पौधों की एक नर्सरी पर रेलवे ने करीब सात रुपये खर्च किए गए। नर्सरी में बेनिया, अमरुद, शील्ड, बेबी कोटान, परसियन, मोरपंख, गुलदाउदी, कोटन, टफन आदि समेत एक दर्जन से अधिक प्रजातियों के पौधे रोपित किए।
रेलवे की पौधों को गमलों में लगाकर रेलवे स्टेशन परिसर में रखने की थी योजना
योजना यह थी कि इन पौधों को गमलों में लगाकर रेलवे स्टेशन परिसर, कार्यालय व पार्क में रखा जाएगा। जिससे फूल की खुशबू से माहौल बदलेगा और ट्रेन में सफर करने वाले मुसाफिर भी आकर्षित होंगे लेकिन देखरेख न होने से नर्सरी बर्बाद हो गई। अहम बात यह है कि संबंधित अधिकारियों ने माली तक को जिम्मेदारी नहीं सौंपी। नर्सरी के आसपास सफाई व्यवस्था तक भी ध्यान नहीं रखा गया।
उत्तर मध्य रेलवे मंडल प्रयागराज के जनसंपर्क अधिकारी अमित कुमार सिंह का कहना है कि रेलवे हरियाली व स्वच्छता पर गंभीरता से ध्यान दे रहा है। यह कैसे हुआ इसका पता लगाया जाएगा और नर्सरी को बेहतर बनाया जाएगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।