Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अलीगढ़ में बोले मेघालय के राज्‍यपाल सत्‍यपाल मलिक - किसान की फसल का दाम वायसराय तय करते हैं

    By Jagran NewsEdited By: Anil Kushwaha
    Updated: Sun, 02 Oct 2022 05:51 PM (IST)

    मेघालय के राज्‍यपाल सत्‍यपाल मलिक ने अलीगढ़ में किसानों से बातचीत करते हुये कहा कि किसानों को बर्बाद करने की जितनी साजिश हो सकती है दिल्‍ली में हो रही है। उन्‍होंने केंद्र सरकार के साथ अडानी अंबानी को भी आड़े हाथों लिया।

    Hero Image
    अलीगढ़ में किसान नेताओं से बातचीत करते मेघालय के राज्‍यपाल सत्‍यपाल मलिक।

    अलीगढ़, जागरण संवाददाता। किसान को बर्बाद करने की जितनी साजिश हो सकती है दिल्ली में हो रही है। सबसे बड़ा आंदोलन दिल्ली में हुआ 700 किसान मर गए। दिल्ली सरकार तो कुतिया मरने पर भी संवेदना संदेश भेजती है लेकिन किसी ने कुछ नही कहा। मैं अपना इस्तीफा जेब में रखकर प्रधानमंत्री से मिलने गया। मैने कहा कि साहब 11 महीने हो गए हैं आपका कोई आदमी बात नहीं कर रहा है। आप इनको जानते नहीं हो ये तब जाएंगे जब आप चले जाओगे। सिखों के गुरु व चरण सिंह का उदाहरण भी दिया लेकिन तब प्रधानमंत्री के समझ में मेरी बात नहीं आई थोड़ी देर से आई। यह बातें Meghalaya Governor Satyapal Malik ने गौंडा के भ्यामल खेड़ा पर Kisan Panchayat को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने केंद्र सरकार के साथ अडानी, अंबानी को भी आड़े हाथ लिया। किसानों को एकजुट होकर दोबारा लड़ाई लड़ने का संदेश भी दिया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ये भी पढ़ें: Badaun News: बदायूं में डिप्‍टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य बोले, कल्याण सिंह के नाम पर पूरे प्रदेश में होंगे खेल

    इस बार आर पार की होगी लड़ाई

    उन्होंने कहा कि एमएसपी व किसानों से मुकदमे वापस लेने का वायदा था दोनों मे बेईमानी हो गई। चार कानून लागू हो जाते तो हमारी जमीने चली जाती। उनकी निगाह हमारे पेट, जमीन, रोजगार पर है। आज खड़े नहीं होंगे तो वक्त किसी का इंतजार नहीं करता। किसानों से आह्वान किया कि दोबारा लड़ाई लड़नी पड़ेगी मुझसे जहां कहोगे वहां आकर बैठ जाऊंगा। इस बार लड़ाई आर- पार की होगी। अगर चूक गए तो सारी जिंदगी मांगते रहोगे। किसानों से मांगने वाला नहीं देने वाला बनने के लिए प्रेरित किया।

    हर साल गरीब हो रहा हिंदुस्‍तान का किसान

    बाबा अमानी, चरन सिंह, छोटू राम को ताकत बनाने की बात कही। बताया कि एमएसपी की लड़ाई चौधरी छाेटू राम छोड़कर गए थे। उन्होंने वायसराय का हुकुम नहीं माना था। आज किसान की फसल का दाम वायसराय तय कर रहे हैं। हर साल हिंदुस्तान का किसान गरीब हो रहा है। पांच साल पहले एक मन गेहूं में जितना सामान आता था आज उसमें एक तिहाई सामान आता है। किसान का कत्ल इतनी खूबी से हो रहा है कि उसे पता भी नहीं चलता है। जिस दिन पता चल जाएगा देश में आग लग जाएगी।

    प्रधानमंत्री ने नहीं दिया साथ

    बिहार, जम्मू-कश्मीर, गोवा के अपने कार्यों का बखान करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार का विरोध किया तो हटा दिया। गोवा में हो रहे भ्रष्टाचार की जानकारी प्रधानमंत्री को दी, लेकिन प्रधानमंत्री ने मेरा साथ नहीं दिया भ्रष्टाचार का साथ दिया। किसानों से शिक्षा पर ध्यान देने के बात कहते हुए बेटियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की बात कही। लड़कों पर तंज कसते हुए कहा कि लड़के 15 साल के होते ही ठर्रा थाम लेते हैं।

    यह लोग रहे उपस्‍थित

    किसान पंचायत की अध्यक्षता मास्टर केवल सिंह, संचालन डा. धर्मवीर सिंह व संतोष चौधरी ने किया। इस दौरान वीरवल सिंह, वीरेंद्र सिंह, जगराम सिंह, रामबाबू कटेरिया, जितेंद्र सिंह, रामवीर सिंह ने भी अपने विचार रखे।