Updated: Thu, 25 Sep 2025 11:27 AM (IST)
अलीगढ़ में पुलिस ने एक फर्जी आईपीएस को गिरफ्तार किया है जिसने एक डॉक्टर के पिता से वसूली की थी। आरोपी ने खुद को CID अधिकारी बताकर डॉक्टर के पिता को धमकाया और उनसे 5.5 लाख रुपये वसूले। पुलिस ने आरोपी से 2.1 लाख रुपये बरामद किए हैं जबकि बाकी रकम उसने विभिन्न मंदिरों में दान कर दी। आरोपी के खिलाफ पांच राज्यों में 10 मुकदमे दर्ज हैं।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ । क्लीनिक में डॉ क्टर के पिता से रुपये वसूलने के आरोपित फर्जी आइपीएस को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उससे दो लाख 10 हजार रुपये बरामद किए हैं। शेष रकम उसने मंदिरों में चढ़ा दी। एएसपी व सीओ प्रथम मयंक पाठक ने बुधवार को मीडिया को बताया कि छह सितंबर को प्रिंस नगर स्थित क्लीनिक के संचालक डा. सचिन के पिता योगेंद्र प्रसाद बैठे थे।
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तभी एक व्यक्ति आया और खुद को सीआइडी में अधिकारी बताकर धमकाया कि आप फर्जी क्लीनिक चलाते हैं। बहुत शिकायत मिल रही हैं। कार्रवाई का भय दिखाकर 10 लाख रुपये नकद व जेवरात लेकर चला गया। पीड़ित की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया था, सीसीटीवी खंगाले।
वृंदावन होटल में रुकने की मिली जानकारी
आरोपित के वृंदावन होटल में रुकने की जानकारी मिली। जहां उसने आधार कार्ड दे रखा था। इसी आधार पर पुलिस ने बुधवार को उड़ीसा के खुर्दा जिले के नयापल्ली निवासी स्मिथ सेठी को बारह बीघा मैदान में तालाब के पास से गिरफ्तार कर लिया।
बुधवार को उसे कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया। पूछताछ में पता चला कि आरोपित ने डाक्टर के पिता से साढ़े पांच लाख रुपये ही लिए थे। जेवरात भी नहीं लिए। उससे दो लाख रुपये बरामद हो गए। बाकी 3.40 लाख रुपये इस्कान मंदिर, बांके बिहारी मंदिर, बालाजी मंदिर वृंदावन, पुष्कर बृह्मा टेंपल राजस्थान, खाटूश्याम मंदिर राजस्थान, केला देवी राजस्थान, द्वारिकाधीश मंदिर मथुरा में दान कर दिए। स्मिथ के खिलाफ पांच राज्यों में 10 मुकदमे दर्ज हैं।
जा चुका है जेब
वह तेलंगाना, छत्तीसगढ़ से जेल भी जा चुका है। वह करोड़ों की संपत्ति का मालिक है। चलाता था इंस्टीट्यूट पुलिस के अनुसार स्मिथ कोलकाता में एक इंस्टीट्यूट चलाता था। उसने कई डाक्टरों को फर्जी डिग्रियां दिलवाईं। इसलिए वह डाक्टरों के बारे में सारी जानकारी रखता था और उनके अवैध काम का भय दिखाकर रुपये ऐंठता था।
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