सात दिनों में 'पैसा डबल'... सोशल मीडिया से फंसाते थे लोग, नकली नोट गिरोह का भंडाफोड़; अलीगढ़ में 6 गिरफ्तार
अलीगढ़ पुलिस ने 'सात दिन में पैसा दोगुना' करने वाले एक बड़े ठगी गिरोह का पर्दाफाश किया है। बन्नादेवी थाना पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनके ...और पढ़ें

अलीगढ़ पुलिस की गिरफ्त में आरोपित।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़। सात दिन में पैसा दोगुना...यह लाइन सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भर नहीं थी, बल्कि शहर में ठगी के संगठित खेल का एंट्री प्वाइंट थी। बन्नादेवी पुलिस ने ठगी के इस खेल की परतें मुखबिर तंत्र से खोल दीं। ऑनलाइन झांसे में लेकर आमने-सामने ठगी का पूरा नेटवर्क चल रहा था।
शहर के नुमाइश ग्राउंड और उसके आसपास के इलाकों में सीधे-साधे लोगों को शिकार बनाया जा रहा था। पुलिस ने कार्रवाई में छह शातिरों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 75 हजार रुपये नकद, नकली नोटों की 12 गड्डियां, तमंचा, कारतूस, चाकू, वर्ना कार, स्कूटी और नोट गिनने की मशीन बरामद हुई। मुकदमा दर्ज करने के बाद सभी को जेल भेजा गया है।
थाना बन्नादेवी पुलिस ने मुखबिर की सहायता से गिरोह का किया पर्दाफाश
बन्नादेवी थाने में सीओ द्वितीय कमलेश कुमार ने वार्ता में बताया कि जांच में सामने आया है कि गिरोह ठगी का नया तरीका अपनाता था। पहले सोशल मीडिया पर भरोसा बनाया जाता। फिर मुलाकात तय होती। शिकार को जो गड्डी दिखाई जाती, उसमें ऊपर-नीचे असली नोट और बीच में नकली नोट बच्चों के खेलने वाले और नोट साइज का पेपर काटकर नोटों की गड्डियां बनाई जाती थी। इतना ही नहीं भरोसा बढ़ाने के लिए नोट गिनने की मशीन तक इस्तेमाल की जाती थी। एटीएम में जमा कर चमत्कार दिखाने की बात कहकर आरोपी मौके से गायब हो जाते थे।
पुलिस ने ये आरोपित किए गिरफ्तार
गिरफ्तार आरोपितों में अलीगढ़ के थाना रोरावर के शकील, थाना देहलीगेट के एडीए कालोनी निवासी गुड्डू उर्फ नईम, इसी थाना के जंगलगढ़ी निवासी दानिश, बस्ती जिले के थाना परसंरामपुर ग्राम हैदराबाद निवासी विजय कुमार, गोंडा जिले के थाना नवाबगंज के गांव नगवा निवासी शुभकरन, बिहार के जिले के सीतामणी के बैगनिया निवासी आर्यन राज हैं। आरोपित शकील पहले से ही गैंगस्टर रहा है। इन लोगों के खिलाफ ठगी, चोरी, आर्म्स एक्ट में मुकदमा दर्ज किए हैं। पुलिस अब इनके नेटवर्क और अन्य वारदातों की जांच कर रही है।
पुलिस को सिफारिश की तलाश, हिंदू बनकर सोशल मीडिया पर रहता था सक्रिय
सीओ कमलेश कुमार ने बताया कि इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड शकील है। शकील पहले से ही इन मामलों में गैंगस्टर रहा है। जांच में पता चला है कि उसका एक करीबी मुस्लिम मित्र सिफारिश है। जिसने हिंदू नाम संकेत से सोशल मीडिया पर अपनी आईडी बना रखी है। वह वाट्सएप व फेसबुक पर सात दिन में धन दोगुना करने का पोस्ट व मैसेज डालता था। उससे कुछ अन्य लोग भी जुड़े हुए हैं।
गिरफ्तार करने वाली टीम में यह लोग रहे शामिल
प्रभारी निरीक्षक विजय सिंह थाना बन्नादेवी, उपनिरीक्षक मृणाल गुप्ता, योगेश कुमार, मो. समीर, मुकुल पंवार, हेड कांस्टेबल राहुल कुमार, रवेंद्र, नरेंद्र कुमार, कांस्टेबल विकास कुमार, गौरव कुमार शामिल रहे। कार को आरोपितों ने किराए पर लिया था।

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