Aligarh News: विवादित बयान पर पूजा शकुन पांडेय के खिलाफ मुकदमा दर्ज
अलीगढ़ में अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडेय के खिलाफ विवादित बयान देने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने राष्ट्रपति को खून से पत्र लिखकर जुमे के दिन होने वाली भीड़ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता: अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडेय के खिलाफ विवादित बयान देने के आरोप में गांधीपार्क थाना में मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने रविवार को राष्ट्रपति को खून से पत्र लिखकर जुमे के दिन होने वाली भीड़ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। एसीएम द्वितीय की ओर से उन्हें एक नोटिस भेजकर जवाब भी मांगा है।
अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव महामंडलेश्वर पूजा शकुन पांडेय ने ज्ञापन में मांग की थी कि देश में जुमे के दिन नमाज इबादत के नाम पर जो भीड़ होती है, उस पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। जुमा इस देश में आतंक का पर्यायवाची बन गया है। देश के इतिहास में अब तक हिंदुओं के जितने भी कत्लेआम हुए हैं, लगभग सभी जुमे की नमाज के बाद हुए। 16 अगस्त 1946 को मुस्लिम लीग के नेता सोहराबर्दी के उकसाने पर कोतलकाता में जुमे की नमाज के बाद हिंदुओं का कत्लेआम हुआ। 25 अक्टूबर 1946 को जुमे की नमाज के बाद बिहार के मुंगेर सहित कई इलाकों में हिंदूओं की हत्या हुई। 25 अक्टूबर 89 को जुमे की नमाज के बाद बिहार के भागलपुर में हिंदू मारे गए। कानपुर में तीन जून को जुमे की नमाज के बाद उपद्रव हुआ। ज्ञापन में मांग की गई कि जिन मस्जिदों से निकलकर उत्पात मचाया जाता है, उनको बुलडोजर से साफ कर देना चाहिए। जिन मौलानाओं की तकरीर के बाद दंगा होता है, उन्हें जेल में डाल देना चाहिए। इसे लेकर एसीएम द्वितीय की ओर से सोमवार को पूजा शकुन पांडेय को नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया है।
वीडियो वायरल होने पर दर्ज हुआ मुकदमा
इधर, इंटरनेट मीडिया पर वीडियो वायरल होने के आधार पर पुलिस की ओर से पूजा शकुन पांडेय के खिलाफ गांधीपार्क थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि वीडियो में कहे गए शब्दों से धार्मिक भावनाओं को आहत किया गया है। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। विवेचना प्रचलित है। संबंधित मजिस्ट्रेट की ओर से भी पूजा शकुन पांडेय को नोटिस भेजा गया है।
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