Lok Sabha Election 2024: कौन हैं सतीश गौतम जो विरोधियों पर पड़े भारी, भाजपा ने इस सीट से तीसरी बार बनाया प्रत्याशी
Lok Sabha Election Aligarh Lok Sabha Seat मीडिया पर कई सूची जारी हुईं उनमें सतीश गौतम का ही नाम था। भाजपा की टिकट घोषित न होने से लोगों में उत्सुकता इसलिए भी थी कि सपा ने ही गठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर चौ. ब्रिजेंद्र चौधरी को प्रत्याशी बनाया है। बसपा ने अभी पत्ते नहीं खोले हैं। बसपा के भी जल्द प्रत्याशी घोषित करने की संभावना बढ़ गई है।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़। कई महीनों से हो रहे विरोध पर सांसद सतीश गौतम भारी पड़े। भाजपा ने उन्हें तीसरी बार प्रत्याशी घोषित कर दिया। रविवार रात भाजपा प्रत्याशियों की पांचवीं सूची जारी होतेे ही सांसद समर्थकों के चेहरे खिल गए। उनके कार्यालय पर समर्थकों ने पटाखे जलाकर दीपावली मनाई।
मिठाई खिलाकर होली की शुभकामना दी। मगर, विरोधी खेमे में मायूसी छा गई। सभी इसी उम्मीद में थे कि पार्टी किसी नए चेहरा को मैदान में उतारेगी। इसकेे पीछे सांसद से जुड़े विवादों को माना जा रहा था, सभी कयास धरे के धरे रह गए।
त्योहार आने के साथ चिंता भी बढ़ती जा रही थी
एक सप्ताह से प्रत्याशी घोषित होने का इंतजार था। त्योहार आने के साथ चिंता भी बढ़ती जा रही थी। भाजपा में टिकट के दावदोरों की लंबी लाइन थी। पहली लिस्ट में प्रत्याशी का ऐलान न होने से चर्चा यहां तक शुरु हो गई थी सतीश गौतम का टिकट कट सकता है। ऐसा न होता तो पार्टी 2019 की तरह प्रत्याशियों की पहली ही सूची में शामिल कर लेती। एक के बाद चार और सूची जारी हुईं। उनमें भी अलीगढ़ का नाम नहीं था। इससे संशय और बढ़ता गया। विरोधी खेमा पूरी तरह से आश्वस्त था कि टिकट अब बचने वाली नहीं हैं।
रविवार की सुबह से ही कभी भी प्रत्याशी घोषित होेने की संभावना जताई जा रही थी। हर तरफ होली के उल्लास और जोश के बीच भाजपा प्रत्याशी घोषित होने का इंतजार भी सभी को था। दिन के साथ-साथ बढ़ते उत्साह में रंग-गुलाल से दोपहर आसमान सतरंगी था, लेकिन देर शाम तक भाजपा कार्यकर्ताओं का जोश ठंडा पड़ा हुआ था। सभी दावेदारों के भी रंग उड़े हुए थे। रात भाजपा की पांचवीं सूची जा रही हुई तो सबकी नजर उस पर टिक गई। सतीश गौतम के समर्थक खुशी जताने लगे।
अभी और भी हैं चुनौतियां
सांसद सतीश गौत टिकट की जंग में तो जीत गए मगर, अब चुनौती उनके सामने सभी को साथ लेकर चुनाव लड़ने की है। हर दल की तरह भाजपा में भी टिकट को लेकर मारामारी मची हुई थी। एक खेमा का जोर इसी को लेकर था टिकट कट जाए, भले ही किसी को मिल जाए। टिकट घोषणा में देरी होने का कारण भी यही माना जा रहा था। लेकिन, पिछले कुछ दिनों से हवा सांसद सतीश गौतम की पक्ष में ही बहती दिखी।
विवादों से रहा नाता, विरोधियों ने बनाया हथियार
सांसद सतीश गौतम का विवादों से भी नाता रहा। ओजोन सिटी मार्ग के निर्माण को लेकर सांसद पर भी ओजोन सिटी ग्रुप के चेयरमैन प्रवीन मंगला ने आरोप लगाया था कि सांसद उनकी सड़क नहीं बनने दे रहे। इसके लेकर खूब राजनीति हुई। विधायकों ने मिलकर मुख्यमंत्री को सड़क निर्माण को लेकर पत्र भी लिखा। बाद में सड़क निर्माण की मंजूरी मिली तो सभी ने इसका श्रेय भी लिया। बात यहां तक नहीं रुकी। प्रवीन मंगला ने सांसद के खिलाफ कोर्ट में वाद भी दायर किया।
श्रीराम वैंक्वेट हाल में आयोजित एक आयोजन में सांसद की एक वीडियो वायरल की गई। उनके आचरण पर सवाल उठाए गए। इंटरनेट मीडिया पर सांसद के कारनामों के नाम से ट्रेंड किया गया। विरोधियों ने टिकट कटवाने के लिए इन सभी विवादों को हथियार भी बनाया है, लेकिन कोई काम नहीं आ सका।
भाजपा छह और बसपा एक बार जीती, सपा का खाता तक न खुला
अलीगढ़ लोकसभा सीट से सपा को एक बार भी जीत हासिल नहीं हो सकी। पार्टी नेताओं को खाता खोलने की चिंता है। अब तक 17 बार हुए लोक सभा चुनाव हुए हैं। इसमें से कांग्रेस को चार बार, बसपा को एक बार, भाजपा को छह बार, रिपब्लिकन पार्टी को एक, भारतीय क्रांति दल को दो, जनता दल को एक और जनता पार्टी को दो बार जीत हासिल हुई है। भाजपा को वर्ष 1991, 1996, 1998,1999, 2014,2019 में जीत हासिल हुई।
पार्टी ने तीसरी बार प्रत्याशी बनाकर मुझ पर भरोसा जताया है। इसके लिए प्रधानी मंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, प्रदेशाध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी सहित सभी का आभार। भाजपा फिर से शानदार जीत दर्ज करेगी। -सतीश गौतम, सांसद
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।