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    माघ मेला 2026: शाही स्नान से तीन दिन पहले बीयर व शराब फैक्ट्री बंद, 24 घंटे चलेंगे एसटीपी प्लांट

    Updated: Mon, 29 Dec 2025 10:38 AM (IST)

    माघ मेले के दौरान गंगा और सहायक नदियों की निर्मलता बनाए रखने के लिए अलीगढ़ में कड़े कदम उठाए गए हैं। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने काली नदी, ...और पढ़ें

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    सांकेतिक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता, अलीगढ़। माघ मेला के समय पवित्र गंगा की अविरलता और निर्मलता से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। शासन के निर्देशों के बाद उत्तर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कालीनदी, करवन नदी, जाफरी ड्रेन, अलीगढ़ ड्रेन की कड़ी पेहरेदारी के पुख्ता इंतजाम किए है।

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    रामघाट रोड निकट साधू आश्रम से गुजरने वाली काली नदी के ठीक किनारे बीयर व शराब फैक्ट्री (डिस्टेलरी प्लांट) शाही स्नान से तीन दिन पहले (29 से 31 दिसंबर) तक बंद रहेगी, यह रोस्टर के हिसाब से 15 फरवरी तक बंद रहेगी। प्रबंधन को नोटिस जारी कर दिया है। इसके उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं नदी के एटा, कासगंज व अलीगढ़ के तीन अप व डाउन के प्रतिदिन इस नदी के पानी के सैंपल लिए जाएंगे।

    प्रदूषण विभाग, उद्योग व जिला प्रशासन कालीनदी, करवन नदी व ड्रनेज की करेगा पेहरे दारी

    एसडीएम अतरौली, उपायुक्त उद्योग व प्रदूष नियंत्रण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी की तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया गया है। 31 दिसंबर से 15 फरवरी तक नदी, नाले व ड्रनेज पर लगने वाले सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) 24 घंटे चलाए जाएंगे। इनकी निगरानी सीसीटीवी कैमरों से होगी।


    किसी भी नाले व नदी का प्रदूषित जल की रोकथाम के लिए 15 फरवरी तक प्रतिदिन होगी सैंपलिंग

    माघ मेला के दौरान जारी रोस्टर के अनुसार 24 दिनों तक बीयर व शराब फैक्ट्री बंद रहेगी। यह बंदी 31 दिसंबर से 15 दिसंबर तक लागू रहेगी। पौष पूर्णिमा,मकर संक्राति,मौनी अमावस्या, बसंत पचमी, माघी पूर्णिमा और महाशिवरात्रि के पर्वों (शाही स्नान) से तीन दिन पहले बंद कराया जाएगा। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि तीन जनवरी से 15 फरवरी तक चलने वाले माघ मेले के दौरान किसी भी उद्योग का गंदा पानी गंगा, काली नदी नहीं प्रवाहित नहीं किया जाएगा।

    बोर्ड ने यह भी साफ किया है कि केवल शुष्क प्रक्रिया पर आधारित उद्योग और आवश्यक सेवाओं से जुड़ी इकाइयां भी तभी संचालित हो सकेंगी, जब उनके एसटीपी तय मानकों पर खरे उतरेंगे।

    मंडलभर के जिलों में होगी निगरानी

    बुलंदशहर से छतारी पुल से होते हुए अलीगढ़ में कालीनदी का प्रवेश होता है। जिले में करीब 80 किलोमीटर सीमा से गुजरती है। इसके तीन चार स्थान छतारी पुल, हरदुआगं बीयर फैक्ट्री से पहले इस फैक्अ्री के एक किलोमीटर गांव ग्वालरा पर सैंपलिंग होगी। इसके बाद यह कासगंज में होते हुए गुजरी है। कासगंज के नदरोई व मैनपुर सीमा पर सैंपलिंग होगी। इसके बाद यह कन्नौज पर जाकर गंगा नदी में मिलती है। इसी तहर जाफरी ड्रेन व ताला नगरी ड्रेन की निगरानी होगी।


    नगर निगम व नगर पालिका परिषद के एसटीपी प्लांट चलेंगे 24 घंटे, सीसी कैमरों से होगी निगरानी

    ओजोन सिटी प्वाइंट पर पानी के सैंपलिंग का प्रविधान है। यह दोनों ड्रेन जीटी रोड पनौठी से आगे मिल जाते है। यह सिरसा नदी में मिलते हैं। यह नदी एटा हाेते हुए इटावा में जाकर यमुना में मिलती है। मथुरा वाईपास स्थित अलीगढ़ ड्रेन से आगे अलीगढ़ ड्रेन हाथरस होते हुए करबन नदी में जाकर मिलता है। करबन नदी आगरा सीमा में यमुना में जाकर मिलती है। इस लिए सादाबाद में एसटीपी प्लांट की व्यवस्था नगर पंचायत द्वारा की गई है। लगा है।

    गंगा की हो रही है निगरानी

    बुलंदशहर के रामघाट से होते हुए गंगा नदी जिले की सीमा में मिली है। यह सांकरा घाट से होते हुए आगे प्रवाह करती है।

    शराब व बीयर फैक्ट्री का रोस्टर, दिनांक व शाही स्नान, बंदी की तारीख

    1. एक जनवरी, 29, 30, 31
    2. 15 जनवरी मकरसंक्रांति, 10, 11, 12, 15 जनवरी
    3. 18 जनवरी मौनी अमावस्या, 13, 14, 15 जनवरी
    4. एक व दो फरवरी मागीपूर्णिमा, 27,28, 29 जनवरी व एक फरवरी
    5. 15 फरवरी, महाशिवरात्रि, 10, 11, 12

     

    मघ मेला की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 29 दिसंबर से बीयर व शराब फैक्ट्री के लिए रोस्टर व्यवस्था लागू की जाएगी। तीन विभाग उद्योग, एसडीएम व बोर्ड के अधिकारियों की कमेटी का गठन हो गया है। यह काली नदी व ड्रेन की निगरानी करेगी। कालीनदी का प्रतिदिन सैंपल लिया जाएगा। - डॉ. विश्वनाथ शर्मा, क्षेत्रीय अधिकारी उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड