ग्रीस जाने की तैयारी में था सिराज, सत्यापन कराने आया अलीगढ़; गिरफ्तार बांग्लादेशी दंपती ने खोले चौंकाने वाले राज
बांग्लादेशी दंपती गिरफ्तार हुआ तो उसने खुलासे किए। सिराज विदेश जाने की तैयारी में था। अलीगढ़ में सत्यापन कराने के दौरान एटीएस ने उसे और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया। दोनों पर बांग्लादेशी होने के बाद भी भारतीय पासपोर्ट बनवाने और फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करने का आरोप है। एटीएस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उन्हें यहां कौन लोग मदद कर रहे थे।

जागरण संवाददाता, अलीगढ़। एटीएस के हत्थे चढ़े दंपती वर्ष 2012 में जिले में आए थे। तब से यहां किराये के मकान में रहने लगे। सात माह पहले दोनों गाजियाबाद चले गए थे। इस बीच सिराज ने नौकरी के लिए ग्रीस जाने की तैयारी में था। इसके लिए वीजा का आवेदन किया।
चूंकि उसके सभी दस्तावेज व पासपोर्ट अलीगढ़ के पते पर हैं तो वह सत्यापन व अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए यहां आया था। तभी दोनों को दबोच लिया। जल्द ही दोनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। पता लगाया जाएगा उन्हें यहां बसाने व फर्जी दस्तावेज बनवाने में किसने मदद की।
बांग्लादेश के ही पप्पू ने दिलाया था मकान
दंपती को बांग्लादेश के ही पप्पू ने मकान दिलाया था। कुछ वर्षों बाद पप्पू तो चला गया। लेकिन, सिराज व उसकी पत्नी यहीं बस गए। एटीएस काफी समय को दोनों की तलाश में थी। मई में किराये का मकान खाली करके चले गए। इसके बाद दोनों गाजियाबाद के मसूरी में एक डाक्टर में मकान में किराए पर रहने लगे। इस बीच सिराज ने तीन वर्ष तक सऊदी अरब में रहकर नौकरी भी की। यहां रहने के दौरान कभी फैक्ट्री में काम किया तो कभी फेरी लगाई।
ग्रीस जाने के लिए किया था आवेदन
कुछ दिन पहले सिराज ने ग्रीस जाने के लिए आवेदन किया। वह पुलिस सत्यापन के सिलसिले में यहां आया था। तभी रेलवे स्टेशन के पास से दोनों को दबोच लिया गया। टीम दोनों को लखनऊ ले गई। वहां मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेज दिया। पूछताछ में पता चला कि दोनों ने भारतीय पासपोर्ट पर बांग्लादेश की यात्रा भी की है। इन सवालों के जवाब तलाशेगी एटीएम दंपती ने यहां रहते हुए सभी दस्तावेज बनवा लिए थे। ऐसे में सवाल है कि फर्जी तरीके से दस्तावेज बनाने में किसने मदद की। उन्हें यहां कमरा किराये पर दिलाने वाला पप्पू कहां चला गया? क्या अन्य कोई भी इनके संपर्क में रहा? इसके लिए दोनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
ये भी पढ़ेंः OYO होटल के कमरे में प्रेमी संग बेटी की सूचना पर पहुंच गए स्वजन, जमकर हुआ हंगामा; बुलानी पड़ी पुलिस
ये भी पढ़ेंः 'जयन्त चौधरी को सरकार ने दिया नाम का विभाग, काम के लिए नहीं फंड'...राकेश टिकैत ने कसा कैबिनेट मंत्री पर तंज
तीन वर्ष पहले पकड़ा था बांग्लादेशी
कोतवाली नगर पुलिस ने 19 जुलाई 2021 को मकदूम नगर में अनार का नगला स्थित अकील के मकान से बांग्लादेश के जिला कोक्स बाजार के टेक्नाप थाना क्षेत्र के गांव खंजरपाड़ा के लुत्फुर्रहमान को पकड़ा था। आरोप था कि लुत्फुर्रहमान बिना पासपोर्ट-वीजा व वर्क परमिट के अवैध रूप से किराए पर रह रहा था। अदालत ने उसे तीन वर्ष दो माह की सजा सुनाई, जो 23 सितंबर को पूरी हो गई थी। इसके बाद उसे बांग्लादेश भिजवा दिया गया था। इनके अलावा रोहिंग्या को कई बार एटीएस की ओर से पकड़ा गया है। यह सभी कोतवाली नगर क्षेत्र में रह रहे हैं। इन पर एलआईयू नजर रखती है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।