अलीगढ़ में प्रॉपर्टी टैक्स नहीं दिया तो नगर निगम ने मकान किया सील, घर के अंदर कैद रहा परिवार, वीडियो वायरल
नगर निगम ने संपत्ति कर 94 हजार रुपये बकाया होने पर एक मकान को बाहर से सील किया। इंटरनेट पर वायरल वीडियो में परिवार के अंदर फंसे होने की बात कही ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक फोटो।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़। नगर निगम की कार्रवाई को लेकर एक ऐसा वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है, जिसमें सील किए गए मकान के अंदर परिवार बंद बताया जा रहा है। नगर निगम की टीम ने संपत्ति कर 94 हजार बकाया होने पर एक मकान को बाहर से सील कर दिया। आरोप है कि मकान में सील लगाने के कारण परिवार व बच्चे अंदर ही बंद रहे। बच्चा स्कूल जाने के लिए तैयार था, लेकिन सील के कारण स्कूल नहीं जा पाया। जबकि निगम का कहना है कि मकान के गैरिज वाले गेट पर सील लगाई गई थी, मुख्य गेट खुला हुआ था।
बकाया में से 10 हजार रुपये जमा कराने पर इस गेट की सील खोली गई। मामला ऊपरकोट क्षेत्र का है। शीशे वाली मस्जिद क्षेत्र में बकायेदार अफसर अली के भवन के गेट पर सील लगाई गई। क्षेत्रीय पार्षद अब्दुल मुत्तलिब ने सीलिंग की कार्रवाई का विरोध किया। निगम के अधिकारियों ने बताया कि इस भवन पर कई वर्षों का 94 हजार रुपये बकाया है। पूर्व में सीलिंग व कुर्की की चेतावनी दी गई थी। फिर भी बिल नहीं जमा किया गया।
क्या बोले पार्षद?
भवन स्वामी अफसर अली व पार्षद का कहना है कि निगम ने कभी बिल नहीं भेजा। अब छोटे से घर पर इतनी राशि का बिल भेज दिया। घर पर दुकान नहीं हैं फिर भी रिकार्ड में कामर्शियल दर्शाया गया है। आपत्ति फार्म भरने पर कर्मचारी आए, लेकिन उनकी सेवा-पानी नहीं की गई तो समस्या का निस्तारण नहीं किया गया। डेढ़ से दो घंटे मशक्कत के बाद भी बात न बनी तो 10 हजार रुपये जमा कराकर सील को खुलवाया गया।
सहायक नगर आयुक्त वीर सिंह ने बताया कि जिस भवन पर कार्रवाई की गई है, उसमें दो गेट लगे हैं। मुख्य गेट अंदर आने-जाने वाला है। दूसरा गेट वो है, जिसके अंदर कारखाना संचालित होता था, उसमें अब मोटरसाइकिल व अन्य वाहन खड़े किए जा रहे हैं। उस गेट पर सील लगाई गई थी।
तब पार्षद ने कहा कि इसमें वाहन खड़े हैं, बच्चे को स्कूल छोड़ने कैसे जाएंगे? तब उनसे कहा गया कि बच्चे को पैदल छोड़ें या सवारी से, बिना भुगतान सील नहीं खुलेगी। पार्षद द्वारा परिवार व बच्चों के बंद होने की अफवाह फैलाई गई है। मुख्य द्वार खुला हुआ था। कई नोटिस के बाद भी बकाया जमा नहीं किया गया है। जल्द ही अन्य बकाया जमा नहीं किया गया तो फिर कार्रवाई होगी।

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