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    मरीजों को मिली राहत, जिला प्रशासन ने दिखाई सख्ती तो अलीगढ़ के एएमयू में डॉक्टरों ने खत्म की हड़ताल

    Updated: Thu, 02 Oct 2025 03:41 PM (IST)

    अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जेएन मेडिकल कॉलेज में मरीज की मौत के बाद डॉक्टरों से मारपीट के चलते हड़ताल हुई। जिला प्रशासन की सख्ती के बाद हड़ताल खत्म हुई जिससे मरीजों को राहत मिली। मारपीट के मामले में पुलिस ने नोटिस जारी किया था। कुलपति और एडीएम सिटी की मौजूदगी में डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म करने का फैसला किया। हड़ताल से मरीज परेशान हुए।

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    इमरजेंसी में इलाज के लिए नवजात शिशु को लेकर आई शाहीन सुरक्षा कर्मियों से गुहार लगाती। जागरण

    जागरण संवाददाता, अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के जेएन मेडिकल कॉलेज में मरीज की मृत्यु से गुस्साए तीमारदारों द्वारा डाक्टरों से की मारपीट के चलते हुई से मरीजों को परेशानी उठानी पड़ी। मुकदमा दर्ज होने के बाद भी डाक्टर हड़ताल खत्म करने को राजी नहीं हुए तो जिला प्रशासन की सख्ती करनी पड़ी।

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    बुधवार की आधी रात कुलपति प्रो. नईमा खातून और एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट की की मौजूदगी में डाक्टर हड़ताल खत्म करने को राजी भी हो गए, लेकिन गुरुवार को पूरे दिन काम पर नहीं लौटे। पुलिस ने नोटिस देकर मारपीट के मामले में बयान को बुलाए तो होश उड़ गए। इसके बाद ही हड़ताल खत्म कर रात आठ बजे काम पर लौटै।

    अधिकारियों की सख्ती से खत्म हुई हड़ताल, मरीजों को राहत

    सिविल लाइन क्षेत्र के टूटी बाउंड्री जमालपुर निवासी अली हसन का जेएन मेडिकल कालेज में इलाज चल रहा था। वह वार्ड-11 में मंगलवार सुबह सात बजे अचानक तबीयत बिगड़ गई। ड्यूटी पर तैनात जेआर-1 डॉ. आकाश और जेआर-2 डॉ. कार्तिकेय ने मरीज को सीपीआर दिया। लेकिन मरीज को बचाया नहीं जा सका। इससे गुस्साएं तीमारदारों ने डाक्टरों से मारपीट कर दी।

    डॉ. कार्तिकेय ने आरोप लगाया कि उनके कान का पर्दा फट गया। मरीज वार्ड में तैनात नर्स यासमीन का परिचित था। डॉक्टरों का आरोप है कि नर्स ने तीमारदारों को भड़काया। इसके चलते मरीज के साथ आए लोग आपा खो बैठे। हड़ताल खत्म कराने के लिए जिला प्रशासन ने जनवरी में हुई हड़ताल की तरह ही खत्म कराने के लिए कमर कस ली।

    कुलपति आवास पहुंचे थे अधिकारी

    एडीएम सिटी, सीओ सिविल लाइन, सिटी मजिस्ट्रेट को लेकर रात 11 बजे कुलपति आवास पहुंच गए। वहीं आरडीए की टीम और प्रिंसिपल प्रो. हबीबी रजा को बुला लिया। डाक्टरों की मांगों को पूरा करने का भरोसा दिया गया। आरडीए की अध्यक्ष की ओर से रात ढाई बजे वीडियो जारी किया गया कि हड़ताल खत्म कर दी गई है, सुबह काम पर लौट आएंगे।

    सुबह नौ बजे तक हड़ताल खत्म न होने पर सिविल लाइन इंस्पेक्टर पंकज मिश्रा ने मारपीट के शिकार हुए डॉक्टरों को नोटिस देकर बयान के लिए थाने बुलाया। यह भी कहा कि कान में अगर चोट लगी है तो मेडिकल परीक्षण सीएमओ द्वारा गठित टीम का ही मान्य होगा। एक भी डॉक्टर बयान देने नहीं पहुंचा। बुधवार शाम सात बजे डॉक्टरों की आरडीए में आम सभा हुई। इसमें उन्होंने हड़ताल वापस लेने का एलान किया। पूरे दिन हड़ताल होने के चलते मरीजों को परेशानी उठानी पड़ी।

    मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा व्यवस्था के लिए टीम सक्रिय हैं। हड़ताल खत्म कराने में जिला प्रशासन और कुलपति ने अहम भूमिका निभाई। इससे मरीजों को राहत मिली है।  प्रो. एम वसीम अली, प्राक्टर एएमयू