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    Agra News: बंद कमरे में फंदे पर लटका मिला युवक का शव, दारोगा और सिपाहियों पर धमकाने का आरोप

    Updated: Mon, 30 Jun 2025 08:05 AM (IST)

    आगरा में एक युवक का शव उसके घर में मिला। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है। मृतक के भाई ने पहले यादव युवकों पर हमले का केस दर्ज कराया था लेकिन उनका आरोप है कि पुलिस उन्हें ही धमका रही थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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    युवक का शव मिलने की सूचना पर मौके पर एसीपी पियूष कांत राय ने मौके पर जानकारी ली। जागरण

    जागरण संवाददाता, आगरा। ट्रांस यमुना के राकेश नगर में बंद मकान के अंदर 26 वर्षीय युवक का शव मिला है। स्वजन हत्या कर शव लटकाने का आरोप लगा रहे हैं। युवक के भाई ने खुद पर यादव जाति के युवकों द्वारा जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज कराया था।

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    आरोप है कि एक यादव सिपाही की शह पर पुलिस उल्टा उन्हें धमका रही थी। इसके चलते परिवार घर छोड़कर छिप कर रह रहा था। सिर्फ युवक चोरी छिपे घर में घुसकर सोता था। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर कार्रवाई कर रही है।

    पीड़ित भाई बहोरन सिंह ने बताया कि उनका परिवार राकेश नगर गली नंबर तीन में रहता है। एक जून को सुमित नगर के अमित यादव,नगला किशन लाल के रेती यादव, सती नगर के मोनू सविता और अन्य अज्ञात युवक अचानक घर पर आए और पुरानी रंजिश में उनके ऊपर तमंचे से फायर किए।

    हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराने पर दारोगा और सिपाहियों पर धमकाने का आरोप

    पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया पर आरोपितों पर कार्रवाई नहीं की। एक यादव सिपाही,टेढ़ी बगिया का एक दारोगा और अन्य पुलिसकर्मी उल्टा उन्हें ही धमका रहे थे। सिपाही के रिश्तेदार ने उनके परिवार की युवती से अभद्रता और छेड़छाड़ की तो पुलिस ने 18 जून को दबाव बनाकर राजीनामा लिखवा दिया। इसके बाद बंदूक के दम पर उन्हें घर छोड़कर भागने को कह दिया। वह परिवार के साथ तब से घर छोड़ छिप कर रह रहे थे।

    पीड़ित परिवार ताला बंद कर दस दिन से था फरार, चोरी छिपे रहता था मृतक

    बहोरन सिंह ने बताया कि उनके परिवार में पांच भाई,एक बहन और माता पिता हैं। छोटा भाई 26 वर्षीय चंद्रेश पेंटर का काम करता है। शुक्रवार को भाई सिकंदरा स्थित किराए के कमरे पर मिला था। एकदम सही हालत में था। वह पुलिस के डर से रात में गली के रास्ते घर में घुसकर दो जाता था और सुबह जल्दी निकल आता था। रविवार रात आठ बजे मां अशर्फी देवी और बहन ममता कुछ रिश्तेदारों के साथ घर से कुछ सामान निकालने गई थीं।

    अंदर कमरे में चंद्रेश का शव कुंदे पर बनाए फंदे से लटका मिला। शरीर पर कुछ जगह से खून निकल रहा था। उसके दोनों पैर घुटनों तक मुड़े हुए तख्त पर थे। इस हालत में फांसी नहीं लगाई जा सकती है। आरोपितों ने घर में घुसकर हत्या कर शव को लटकाया है।

    घटना की जानकारी मिलते ही एसीपी छत्ता पीयूष कांत राय, इंस्पेक्टर ट्रांस यमुना भानु प्रताप फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पीड़ित परिवार को कार्रवाई का आश्वासन देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस के अनुसार शव दो दिन पुराना प्रतीत हो रहा है। प्रथम दृष्टया पुलिस मामले को आत्महत्या मान रही है।

    चार युवकों पर लगाए आरोप

    पीड़ित ने अमित यादव, रेती यादव, मोनू सविता और एक अन्य युवक पर हत्या का आरोप लगाया है। इसके साथ ही आरोपितों और सिपाही के यादव होने के कारण समर्थन कर उनका उत्पीड़न करने का भी आरोप लगाया है।

    पूर्व में दर्ज मुकदमे में दबाव बनाने के आरोप गलत हैं। पुलिस ने पूर्व में एक वांछित को शरण देने की सूचना पर घर पर दबिश दी थी। आरोपित और परिवार तबसे घर से फरार था। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पियूष कांत राय,एसीपी छत्ता