Year Ender 2025: आंबेडकर विश्वविद्यालय की नई ऊंचाइयां, NAAC+ रैंकिंग और ऑनलाइन पाठ्यक्रमों की शुरुआत
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय को नैक ए प्लस ग्रेड और एनआईआरएफ में 58वीं रैंकिंग मिली है, जिससे 100 विदेशी छात्रों ने प्रवेश के लिए आवेदन किया। विश् ...और पढ़ें

आंबेडकर विवि।
जागरण संवाददाता, आगरा। डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) ए प्लस के बाद इस वर्ष राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआइआरएफ) में रैकिंग मिली है। यह विश्वविद्यालय के लिए बड़ी उपलब्धि है, नैक ए प्लस ग्रेड के मिलने से 100 विदेशी छात्रों ने स्नातक और परास्नातक में प्रवेश के लिए भी आवेदन किया है। छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय ऑनलाइन स्नातक पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा है।
पहली बार विदेशी छात्रों ने प्रवेश के लिए किया आवेदन
विश्वविद्यालय को पिछले वर्ष नवंबर में नै ए प्लस रैंक मिली थी। इस वर्ष विश्वविद्यालय को एनआइआरएफ में स्टेट पब्लिक यूनिवर्सिटी श्रेणी में 51 से 100 राज्य विश्वविद्यालयों के बैंड में (वर्णमाला क्रम से आठवां स्थान ) 58 वां स्थान मिला है। पहली बार विश्वविद्यालय को एनआइआरएफ में रैकिंग मिली है। वहीं, विश्वविद्यालय ने पहली बार स्नातक और परास्नातक प्रथम वर्ष के छात्रों के परीक्षा फार्म समर्थ पोर्टल के माध्यम से भरवाए गए हैं। परीक्षा भी ओएमआर की जगह लिखित कराई गई।
स्नातक प्रथम वर्ष की परीक्षा समर्थ पोर्टल से कराई गई
विश्वविद्यालय में छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए सेंटर फॉर डिस्टेंस एंड ऑनलाइन एजूकेशन (सीडीओई) नए सत्र से शुरू करने जा रहा है। सीडीओई के माध्यम से छात्र विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री और डिप्लोमा कोर्स आनलाइन कर सकेंगे, आनलाइन कक्षाएं संचालित होंगी और परीक्षा भी ऑनलाइन आयोजित की जाएंगी। इन पाठ्यक्रमों को यूजीसी से मान्यता भी होगी, इसके लिए विश्वविद्यालय में सेंटर स्थापित किया जा रहा है। पहले चरण में उन पाठ्यक्रमों में आनलाइन कक्षाएं शुरू की जाएंगी जिनको विश्वविद्यालय द्वारा शुरू किया गया है।
रूसी विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय में हिंदी भाषा सीखना प्रारंभ किया
सत्र 2024-25 के दौरान 25 से अधिक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए, अभी तक 75 एमओयू हो चुके हैं। (पैंगेसियन स्टेट युनिवर्सिटी, फिलीपिंस, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी, राधे ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट इंस्टीट्यूट फिरोजाबाद, वृंदावन शोध संस्थान, उज्बेकिस्तान स्टेट वर्ल्ड लैंग्वेज यूनिवर्सिटी, उज्बेकिस्तान, और स्को स्टेट इंस्टीट्यूट आफ इंटरनेशनल रिलेशंस, मास्को टीसीएस इओन, एस्पायर नालेज एंड स्किल्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड)
2027 में 100 वर्ष पूरे होने पर चल रहीं तैयारी
विश्वविद्यालय के वर्ष 2027 में 100 वर्ष पूरे हो जाएंगे। विश्वविद्यालय की वैश्विक रैंकिंग प्राप्त करने के लिए अनुसंधान, शैक्षिक गुणवत्ता, और अंतरराष्ट्रीय साझेदारी पर भी माननीय कुलपति जी द्वारा कार्य किया जा रहा है। रियल-टाइम परिणामों की सुविधा और मूल्यांकन की व्यवस्था भी लागू की जाएगी। साथ ही 1000 सीटों की आनलाइन परीक्षा हेतु संसाधनों पर कार्य किया जा रहा है। डिजिटल पुस्तकालय के लिए भी कार्य किए जा रहे हैं जो छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए एक अमूल्य संसाधन है। इसमें पुस्तकें, शोध पत्र, जर्नल, और अन्य अकादमिक सामग्री डिजिटल रूप में उपलब्ध होंगी। भारतीय ज्ञान प्रणाली पर राष्ट्रीय केंद्र, अंतरराष्ट्रीय सहयोग के साथ शोध को प्रोत्साहन जैसी प्रणाली पर भी विश्वविद्यालय कार्यरत है।
शोध छात्रा ने प्रोफेसर पर लगाए शारीरिक शोषण के आरोप, 98 वर्ष में पहली बार कोई शिक्षक गया जेल
विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रही शोध छात्रा ने इंस्टीट्यूट आफ बेसिक साइंस (आइबीएस) के रसायन विज्ञान विभाग के प्रो. गौतम जैसवार पर शादी का झांसा देकर दो वर्ष तक शारीरिक शोषण के आरोप लगाए थे। प्रो. गौतम जैसवार ने आइआइटी बाम्बे से पीएचडी की थी, उनके नाम से कई रिसर्च पेपर भी प्रकाशित हुए।
15 नवंबर को उन्हें जेल भेज दिया गया। 1927 में स्थापित हुए विश्वविद्यालय में यह पहली बार हुआ है कि किसी प्रोफेसर को जेल भेजा गया। इसके बाद विश्वविद्यालय के पालीवाल परिसर के संविदा शिक्षक पर भी छात्राओं से वाट्स एप पर अश्लील मैसेज भेजने के आरोप लगे थे, शिक्षक की संविदा समाप्त कर दी गई थी। आगरा कालेज के शिक्षक पर साथ में पीएचडी कर रही शोध छात्रा ने शोषण के आरोप लगाए थे।
अभी ये करने होंगे सुधार
- शोध कार्य बढ़ाने के साथ ही दायरा भी बढ़ाने की जरूरत
- उद्योगों की जरूरत के हिसाब से रोजगार परक, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम शुरू करने की जरूरत
- शैक्षिक माहौल सुधारने के साथ ही इंटरर्नशिप प्रोग्राम बढ़ाने होंगे
- प्लेसमेंट की सुविधा बढ़ाने होगी
- 550 वर्तमान में कालेज संबद्ध
- 2.82 लाख स्नातक की सीटों की संख्या
विश्वविद्यालय 100 वर्ष पूरे करने जा रहा है, कई नई शुरूआत की जा रही हैं। विश्वविद्यालय पहली बार आनलाइन स्नातक पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा है, नौकरीपेशा और शहर से बाहर रह रहे छात्र नौकरी और व्यवसास के साथ आनलाइन पाठ्यक्रम कर सकेंगे। इससे छात्रों की संख्या बढ़ेगी, साथ ही शोध कार्य को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रो. आशु रानी कुलपति डॉ भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय

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