कौन हैं आईएएस ज्ञानेश कुमार, जिन्हें बनाया गया मुख्य निर्वाचन आयुक्त; IAS-IPS और 28 डॉक्टरों से भरा है परिवार
आगरा में जन्मे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ज्ञानेश कुमार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किया गया है। 1988 बैच के केरल कैडर के अधिकारी ज्ञानेश कुमार का परिवार प्रशासनिक और चिकित्सा क्षेत्र में प्रतिष्ठित है। उन्होंने आईआईटी कानपुर से बीटेक और हार्वर्ड से अर्थशास्त्र में परास्नातक किया। रक्षा मंत्रालय और गृह मंत्रालय में अहम भूमिका निभाने के साथ ही अनुच्छेद 370 के ड्राफ्ट तैयार करने में भी योगदान दिया।

जागरण संवाददाता, आगरा। मुख्य निर्वाचन आयुक्त के पद पर पदोन्नत हुए वरिष्ठ आइएएस अधिकारी ज्ञानेश कुमार ने परिवार की परंपरा को आगे बढ़ाया है। बेहद शिक्षित परिवार से आने वाले ज्ञानेश कुमार के परिवार में आइएएस, आइपीएस, आइआरएस हैं। 28 सदस्य डाक्टर हैं। ज्ञानेश कुमार वर्ष 1988 बैच के केरल कैडर के आइएएस अधिकारी हैं।
सोमवार देर रात 26वें मुख्य निर्वाचन आयुक्त के रूप में उनका चयन हुआ। 27 जनवरी 1964 को आगरा में जन्मे ज्ञानेश कुमार बचपन से ही प्रतिभाशाली रहे। वे कक्षा में टापर रहे। उनके पिता डा. सुबोध गुप्ता 65 साल पहले यहां आकर बसे थे और सीएमओ पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। वाराणसी के क्वींस कालेज में टापर रहे।
आगरा: विजय नगर कालोनी में स्थित ज्ञानेश कुमार का पैतृक आवास। जागरण
लखनऊ के काल्विन तालुकेदार कालेज से 12वीं में टाप किया। इंडियन इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। एक साल हुडको में भी काम किया। 1988 में सिविल सेवा परीक्षा पास की और केरल कैडर के आइएएस अधिकारी बने। तिरुवनंतपुरम में डीएम के रूप में पहली तैनाती मिली।
ज्ञानेश कुमार ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में परास्नातक भी किया। यूपीए सरकार के कार्यकाल में 2007 से 2012 तक वह रक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव रहे। 2014 में केरल सरकार के दिल्ली में रेजिडेंट कमिश्नर पद पर रहे। 2024 में सेवानिवृत्त के बाद 15 मार्च को निर्वाचन आयुक्त बनाया गया था।
बेटी-दामाद आइएएस, भाई आइआरएस अधिकारी
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार के परिवार में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आइएएस), भारतीय पुलिस सेवा (आइपीएस) और भारतीय राजस्व सेवा (आइआरएस) सहित अन्य पदों पर हैं। घर में परिवार के सदस्यों का नाम अंकित है। ज्ञानेश के भाई मनीष कुमार आइआरएस अधिकारी हैं।
बहन रोली के पति उपेंद्र कुमार जैन आइपीएस अधिकारी हैं। वर्तमान में मध्य प्रदेश में अपर पुलिस महानिदेशक हैं। ज्ञानेश कुमार की बेटी मेधा रूपम वर्ष 2014 बैच की आइएएस अधिकारी हैं। मेधा इस समय कासगंज की डीएम हैं।
मेधा के पति मनीष बंसल सहारनपुर के डीएम हैं। दूसरी बेटी अभिश्री आइआरएस अधिकारी हैं। अभिश्री के पति अक्षय लाबरू वर्ष 2018 बैच के त्रिपुरा कैडर के आइएएस अधिकारी हैं। आगरा के ख्यात डाक्टर ओपी आर्य (दिवंगत) की बेटी अनुराधा से उनकी शादी हुई है।
ज्ञानेश कुमार से जुड़ी मुख्य बातें
- भगवान श्रीराम की मूर्ति चयन और अनुच्छेद 370 के ड्राफ्ट तैयार करने में अहम भूमिका
- श्रीराम मंदिर तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट में प्रतिनिधि रहे।
- बाल स्वरूप के भगवान श्रीराम की मूर्ति चयन के निर्णायक मंडल के सदस्य रहे।
- रक्षा मंत्रालय में इस्लामिक स्टेट की हिंसक गतिविधियों के बीच 183 भारतीयों को इराक से बाहर निकालने में अहम भूमिका निभाई थी।
- केंद्र सरकार ने वर्ष 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म किया था। आइएएस अधिकारी ज्ञानेश कुमार गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव थे। उन्होंने जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम-2019 को तैयार करने में अहम भूमिका निभाई थी।
- वर्ष 2023 में सहकारिता सचिव पद पर रहते हुए उन्होंने बहु राज्य सरकारी समितियां संशोधन अधिनियम 2016 को आगे बढ़ाया।
ये भी पढ़ें -
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।