Weather Update: आगरा में पारा गिरा, एक्यूआई 300 पार; अस्थमा अटैक का खतरा बढ़ा
आगरा में न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि संजय प्लेस में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 322 तक पहुंच गया, जिससे हवा अत्यधिक प्रदूषि ...और पढ़ें

आगरा आए पर्यटक।
जागरण संवाददाता, आगरा। सुबह धुंध छाने के बाद शुक्रवार को पारा और गिर गया, न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिन में धूप निकलने से सर्दी से हल्की राहत मिल गई लेकिन शाम होने ही गलन भरी सर्दी से लोग परेशान रहे। वहीं, रात नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 300 के पार पहुंच गया।
संजय प्लेस की हवा सबसे ज्यादा प्रदूषित रही, एक्यूआइ बढ़ने से अस्थमा अटैक का खतरा भी बढ़ गया है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि शनिवार को सुबह धुंध छा सकती है, दोपहर में धूप निकलने के आसार हैं।
न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस किया गया दर्ज
सुबह धुंध छाने के बाद धूप निकल आई। गुरुवार को न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था यह घटकर शुक्रवार को 7.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। सुबह 10 बजे के बाद धूप तेज होती गई। दोपहर में हवा चलने के साथ ही तेज धूप निकली। सर्द हवा के बीच लोगों ने धूप का आनंद लिया। अधिकतम तापमान 22.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शाम चार बजे के बाद पारा गिरने लगा, गलन भरी सर्दी से लोग परेशान रहे। रात में सर्दी और बढ़ गई।
दोपहर में धूप निकलने से मिली राहत, संजय प्लेस की हवा सबसे ज्यादा प्रदूषित
उधर, धुंध छाने से प्रदूषक तत्व का स्तर निचली सतह पर बढ़ गया। रात नौ बजे संजय प्लेस में एक्यूआई 322 दर्ज किया गया। इसमें भी अति सूक्ष्म कण पीएम 2 .5 का अधिकतम स्तर 500 तक पहुंच गया। वहीं, कार्बन मोनोऑक्साइड 111 और ओजोन का अधिकतम स्तर सात दर्ज किया गया। सेक्टर तीन बी आवास विकास कॉलोनी और शाहजहां गार्डन का एक्यूआई 200 से अधिक दर्ज किया गया। यहां भी अति सूक्ष्म कण और कार्बन मोनो आक्साइड का स्तर अधिक रहा।
यहां करा सकते हैं इलाज
एसएन मेडिकल कॉलेज की सुपरस्पेशयिलिटी विंग में ह्रदय रोगियों और ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों के अलग से वार्ड हैं, मरीज यहां इलाज करा सकते हैं।
हार्ट अटैक के मरीजों की सुपरस्पेशियलिटी विंग में एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी की सुविधा है।
रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग में अस्थमा अटैक, सीओपीडी और टीबी के गंभीर मरीजों के लिए आईसीयू और वार्ड है।
मेडिसिन में 32 बेड का आईसीयू और एनेस्थीसिया विभाग में 22 बेड का नया आईसीयू
जिला अस्पताल में छह बेड का आईसीयू है
ये करें
सुबह और शाम को धुंध छाने पर ह्रदय, मधुमेह और सांस रोगी टहलने ना जाएं, धूप निकलने पर ही टहलें
प्रदूषण अधिक होने पर घर पर ही रहेंं, मास्क और रूमाल का इस्तेमाल करें
पानी का सेवन अधिक करें, पौष्टिक आहार लें
गर्म कपड़े पहनें और गर्म शूप सहित शरीर को गर्माहट देने वाले खाद्य पदार्थ का सेवन करें
घर में लकड़ी ना जलाएं, धुआं ना करें
रक्तचाप और शुगर का स्तर बढ़ने पर डॉक्टर से परामर्श लेकर दवा की डोज में बदलाव करा लें
एसएन मेडिकल कॉलेज के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि कार्बन मोनोऑक्साइड, ओजोन और अति सूक्ष्म कण का स्तर बढ़ने से बुजुर्ग और सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित मरीजों की सांस फूल रही है। इससे अस्थमा अटैक का खतरा बढ़ गया है। अस्थमा अटैक के चार मरीज भर्ती हुए हैं। ओजोन का स्तर बढ़ने से बेचैनी और घबराहट हो सकती है।

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