महाकुंभ और प्राण प्रतिष्ठा जैसे आयोजनों ने Memorial Tourism को किया पीछे, मजबूत हो रही UP की इकोनॉमी
दैनिक जागरण द्वारा शुक्रवार को महाकुंभ विमर्श के चतुर्थ सत्र पर्यटन और महाकुंभ का आयोजन किया गया। इस दौरान बताया गया कि महाकुंभ को देखे या जाने बिना कोई उसकी कल्पना भी नहीं कर सकता है। महाकुंभ में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने से कुल्हड़ बनाने वालों से लेकर चाट बेचने वालों रिक्शा चालकों को भी रोजगार मिलेगा। इससे प्रदेश की इकोनोमी बूस्ट होगी।

जागरण संवाददाता, आगरा। प्रदेश में आठ वर्षों में धार्मिक पर्यटन ने स्मारक पर्यटन को पछाड़ दिया है। धार्मिक पर्यटन सीधे दिल से जुड़ा है, इसलिए यह दिमाग तक जाता है। यह भविष्य में और बढ़ता जाएगा। महाकुंभ को देखे या जाने बिना, कोई उसकी कल्पना भी नहीं कर सकता है। महाकुंभ में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने से कुल्हड़ बनाने वालों से लेकर चाट बेचने वालों, रिक्शा चालकों को भी रोजगार मिलेगा। इससे प्रदेश की इकोनोमी बूस्ट होगी।
दैनिक जागरण द्वारा शुक्रवार को आयोजित महाकुंभ विमर्श के चतुर्थ सत्र ''पर्यटन और महाकुंभ'' में होटल क्लार्क शीराज के वाइस प्रेसीडेंट अमूल्य कक्कड़ ने यह बात कही। विषय प्रवर्तन करते हुए दैनिक जागरण के आगरा व अलीगढ़ के संपादकीय प्रभारी अवधेश माहेश्वरी ने कहा कि महाकुंभ पर्यटन और आर्थिक स्थिति से सीधे जुड़ा है। वर्ष 1892 में ब्रिटिश सरकार ने इसके लिए 20 हजार रुपये का बजट जारी किया था, जो आज बढ़कर 7.5 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
महाकुंभ में आएंगे 40 करोड़ से ज्यादा लोग
40 करोड़ लोग महाकुंभ में आएंगे तो सरकार को राजस्व और लोगों को रोजगार मिलेगा। होटल जेपी पैलेस के वाइस प्रेसीडेंट आपरेशन हरी सुकुमार ने कहा कि महाकुंभ से बड़ा कोई आयोजन नहीं हो सकता है। प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ में पेरिस ओलिंपिक से अधिक लोग शामिल होंगे। प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर व कनेक्टिविटी बेहतर होने से पर्यटकों की संख्या निरंतर बढ़ रही है।
आगरा में चार वर्ष में डोमेस्टिक टूरिज्म बढ़ा
आगरा में डेस्टिनेशन वेडिंग व कांफ्रेंस टूरिज्म बढ़ा है। इसके लिए दो से तीन दिन के लिए होटल की बुकिंग हो रही है। आगरा की एयर कनेक्टविटी को और बेहतर करने की आवश्यकता है। टूरिज्म गिल्ड आफ आगरा के सचिव राजेश शर्मा ने कहा कि आगरा में चार वर्ष में डोमेस्टिक टूरिज्म बढ़ा है। वीकेंड में पर्यटक अधिक आ रहे हैं। एक पर्यटक के आने पर सभी को रोजगार मिलता है।
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अयोध्या बनेगा नंबर वन
इंडियन एसोसिएशन आफ टूर आपरेटर्स के नॉर्दर्न रीजन के चेयरमैन सुनील गुप्ता ने कहा कि महाकुंभ संसार का सबसे बड़ा आयोजन है। महाकुंभ में 100 देशों के पर्यटक आएंगे। 70 देशों के पर्यटकों की बुकिंग उनकी कंपनी ने की है। महाकुंभ में पर्यटकों को अनोखा अनुभव होगा। महाकुंभ में आ रहे पर्यटक प्रयागराज के साथ अयोध्या जा रहे हैं। वह आगरा भी आएंगे। उन्हाेंने कहा कि यह गौरव की बात है कि घरेलू पर्यटकों की दृष्टि से प्रदेश पहले स्थान पर है, जहां 32 करोड़ पर्यटक एक वर्ष में आए हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या एक दिन दुनिया का नंबर वन स्थान बनेगा। यह वेटिकन सिटी और मक्का को भी पीछे छोड़ देगा।
कुंभ में होते हैं आध्यात्मिक संकल्पना के दर्शन
टूरिज्म गिल्ड आफ आगरा के पूर्व अध्यक्ष अरुण डंग ने कहा कि भारत एक भौगोलिक इकाई नहीं, आध्यात्मिक संकल्पना है, जिसके दर्शन कुंभ में होते हैं। महाकुंभ सबसे ऊपर है। 600 ईसा पूर्व भी नदियों के किनारे स्नान की परंपरा थी। आदि शंकराचार्य ने इसे वर्तमान स्वरूप दिया। महाकुंभ मानव समुदाय के शांतिपूर्वक एकत्रीकरण का प्रतीक है। यह पर्यटन से सीधा जुड़ा है। महाकुंभ में किन्नर अखाड़े समेत 14 अखाड़े होंगे। आगरा तो ऐसा शहर है, जहां भगत व संगीत के अखाड़े हुआ करते थे। कुंभ में रुकने की बेहतर व्यवस्था और हाईटेक मैपिंग से विदेशी पर्यटक सुखद अनुभव लेकर जाएंगे।
शहर के विकास को हैं वचनबद्ध
सत्र में ताजमहल को रोशन कर रात में खोले जाने, आगरा किला में लाइट एंड साउंड लाइट शो की शुरुआत, एत्माद्दौला को रोशन करने, आगरा कैंट स्टेशन पर स्थिति में सुधार की मांग उठी। केंद्रीय पंचायती राज राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने कहा कि वह शहर के विकास को वचनबद्ध हैं। ताजमहल को रात में खुलवाने, यमुना में ड्रेजिंग कराने एवं प्रमुख शहरों से उड़ान शुरू कराने को वह निरंतर प्रयास कर रहे हैं। होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश चौहान, सचिव संजीव जैन, अंकित बंसल, होटल एंड रेस्टोरेंट आनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश वाधवा, शांतिस्वरूप, अवनीश शिरोमणि, संजय अरोड़ा, पुनीत अरोड़ा आदि मौजूद रहे।
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